
India-Pak Tension: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव जारी है. वहीं इस दौरान मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की मस्जिदों में, जुम्मे की नमाज के बाद देश की सरहदों की हिफाजत और आतंकवाद के पूरी तरह से सफाये की दुआ मांगी गई.
रीवा शहर काजी मुफ्ती मुबारक हुसैन ने सरकार से मांग की, कि जब तक आतंकवाद का पूरी तरीके से सफाया ना हो जाए यह लड़ाई रुकनी नहीं चाहिए. ऐसे ही लोगों ने इस्लाम को बदनाम किया है.
हर शुक्रवार की तरह इस शुक्रवार को भी शहर की मस्जिदों में जुम्मे की नमाज पढ़ी गई, लेकिन इस बार दुआ कुछ खास मांगी गई. जहां एक और मस्जिद में नमाज पढ़ाने वाले इमाम ने अपने मुल्क की हिफाजत की दुआ मांगी, वहीं दूसरी ओर आतंकवाद के सफाये के लिए भी सरकार से मांग की. यह लड़ाई तब तक नहीं रुकनी चाहिए, जब तक आतंकवाद का पूरी तरीके से सफाया ना हो जाए. आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता, जिस तरीके से पहलगाम में मजहब पूछ कर निर्दोष लोगों को मारा गया, इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है. पाकिस्तान को तत्काल ही ऐसे लोगों को हमारे देश के हवाले कर देना चाहिए. नहीं तो हमारे मुल्क के फौजी एक-एक को चुन चुन कर मारेंगे.
सूरजपुर में भारतीय सेना के लिए दुआएं
देश भर में सेना के लिए कहीं हनुमान चालीसा पढ़ी जा रही है, तो कहीं मस्जिदों में दुआएं की जा रही. आज सूरजपुर में भी ज़ुम्मे की नमाज़ के बाद मुस्लिम समुदाय ने मस्जिद में भारतीय सेना के साथ देश में अमन चैन की दुआएं और हिंदुस्तान की जीत की मन्नतें कीं. इस दौरान लोगों ने हिंदुस्तान जिंदाबाद, सेना जिंदाबाद पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी बुलंद किए.
एशिया की सबसे बड़ी मस्जिद में क्या हुआ?
भारत और पाकिस्तान के युद्ध के दौरान एशिया की सबसे बड़ी मस्जिद ताजुल मसाजिद मस्जिद में जुम्मे की नमाज पड़ी और भारत के सफलता के लिए हजारों लोगों ने दुआ की. मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भारत का तिरंगा लेकर पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए.
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