
खंडवा पुलिस ने अवैध हथियारों का जखीरा बरामद कर बड़ी साफलता हासिल की हैं. इस मामले में पुलिस में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये चारों आरोपी एक कार में हथियार बनाने का सामान और अवैध पिस्टल लेकर खरगोन जा रहे थे. मुखबिर की सूचना पर खंडवा पुलिस ने नाकाबंदी कर इन्हें रोका और कार की जांच की. आरोपी के पास से 3 हेंडमेड पिस्टल और नगदी समेत बड़ी मात्रा में देशी पिस्टल बनाने का सामान मिला है.

खंडवा से लगे आसपास के जिलों में सिकलीगर अवैध हथियारों का व्यापार करते हैं. पूर्व में इन सिकलीगरों का कनेक्शन खालिस्तान मूमेंट से मिला है. अब पकड़े गए आरोपी को पुलिस ने रिमांड पर लिया है. अब इनसे ओर सख्ती से पूछताछ की जाएगी. संभव है कि इस मामले में सुरक्षा एजेंसियां भी इनसे पूछताछ कर सकती है.

पुलिस को क्या-क्या मिला
खंडवा की पदम नगर थाना पुलिस ने बड़ी संख्या में हथियारों का जखीरा बरामद किया है. इस मामले में पुलिस ने कुल 4 आरोपियों को अब तक गिरफ्तार किया है, जिनका रिमांड लेकर उनसे हथियारों को लेकर पूछताछ की जा रही है. आरोपियों से जब्त किए गए हथियारों में 3 देशी पिस्टल सहित पिस्टल बनाने के सामान में लोहे की 350 बैरल, लोहे की 297 शटर नली (कुल 647) और एक बोलेरो वाहन के साथ ही 3 मोबाइल और नगदी जब्त की गई है.
वहीं, गिरफ्तार किए गए आरोपियों में विक्रम, रवि, जितेंद्र जोशी और नारायण को पकड़ा गया है. ये सभी देवास जिले के रहने वाले हैं.
2022 में हुईं थी कई गिरफ्तारियां
केंद्रीय इंटेलिजेंस ब्यूरो के रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त 2022 में मध्य प्रदेश के बुरहानपुर से पुलिस ने खालिस्तान मूवमेंट से जुड़े सिकलीगरों को गिरफ्तार किया था. यह लंबे समय से खालिस्तान मूवमेंट को अवैध हथियार सप्लाई कर रहा थे. इन आरोपी में निहाल उर्फ नरेंद्र सिकलीगर और आसन सिंह सिकलीगर शामिल थे. इसके बाद पुलिस ने निहाल उर्फ नरेंद्र सिकलीगर को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन लंबे समय से आसन सिंह सिकलीगर फरार चल रहा था. इसको पुलिस ने 31 जुलाई 2022 को खरगोन के भगवानपुरा से गिरफ्तार कर लिया था.
माना जा रहा है कि खंडवा में पकड़े गए चारों आरोपियों के तार भी अंतरराज्यीय गिरोह से जुड़े हो सकते है. खंडवा पुलिस अधीक्षक मनोज राय के अनुसार, रिमांड की अवधि के दौरान पकड़े गए आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की जाएगी. यह भी पता लगाने की कोशिश कि जाएगी कि उनके तार कहां से जुड़े हैं. उन्होंने संभावना जताई है कि हो सकता है कि इस मामले में सुरक्षा एजेंसियां अभी इन आरोपियों से पूछताछ करें.
बगैर नंबर की बोलेरो में मिला हथियारों बनाने का जखीरा
इनके साथ ही आरोपियों के बगैर नंबर वाले बोलेरो वाहन की तलाशी लेने पर उसमें पीछे की तरफ 4 बोरियों में पिस्टल बनाने का बड़ी संख्या में सामान मिला, जिसमें भारी मात्रा में बैरल, चौकोर शटर थे. आरोपियों ने पूछताछ बताया कि नारायण तिवारी से पिस्टल तैयार कराकर मुड्डासिंह को नई पिस्टलें तैयार करने को देने जा रहे थे. इसके बाद लेथ मशीन ऑपरेटर नारायण तिवारी को खातेगांव (देवास) से गिरफ्तार कर लिया है.
ये भी पढ़ें- पेड़ एक, फंदा एक और शव दो... लड़का-लड़की मंदिर के पीछे जंगल में लटके मिले, जानें पूरा मामला