MP News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में आचार संहिता लगने के पहले लगातार सरकार की ओर से सौगातों की बरसात हो रही है. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने दो अलग-अलग ज़िलों को बनाने की जो घोषणा की थी, उन पर अमल हुआ. मैहर (Maihar) और पांढुर्ना (Pandhurna) को जिला बनाने के आदेश राजस्व विभाग की तरफ़ से जारी कर दिए गए हैं. बुधवार देर रात कैबिनेट की बैठक में दोनों को जिला बनाने का प्रस्ताव पास हुआ था, जिसके बाद आज सुबह ही आदेश जारी कर दिए गए.
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में अब कुल मिलाकर 55 ज़िले हो चुके हैं. इसके पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) ने 4 मार्च को रीवा (Rewa) जिले से अलग करके मऊगंज (Mauganj) को नया जिला बनाने की घोषणा की थी.
मुख्य तौर पर सरकार की ओर से कहा जा रहा है कि नई चीज़ें बनाने की घोषणा इसलिए की जा रही है, जिससे लोगों को सुविधाजनक काम आसानी से उपलब्ध हो सके. कई बार लोगों की शिकायत रहती है कि एक तहसील में रहते हुए उन्हें जिला मुख्यालय काफ़ी दूर पढ़ते हैं. इसलिए कई तहसीलों को मिलाकर इन ज़िलों का निर्माण किया गया है, हालांकि कांग्रेस इसे चुनावी टोटका बता रही है, तो वहीं BJP इसके विकास का नाम दे रही है.
पांढुर्ना में ज्यादातर लोग खेती किसानी का काम करते हैं और यह क्षेत्र कृषि के लिए जाना जाता है. जानकारी के अनुसार यहां की जमीन में दलहन-तिलहन के साथ हरी सब्जियों का भरपूर उत्पादन किया जाता है. संतरा उत्पादन क्षेत्र में पांढुर्ना का प्रमुख स्थान है.
राजनीतिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि नवनिर्मित जिला पहले छिन्दवाड़ा के अंतर्गत आता था. ऐसे में कमलनाथ के गढ़ में एक तरह से सेंध लगाई गई है.
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