
Indian Scammer: साइबर ठग कब-कैसे लोगों को चूना लगा दें, इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल हो रहा है. कभी एटीएम ब्लॉक, तो कभी किसी और बहाने से ठगी को अंजाम दे रहे हैं. हाल में एक बार फिर सतना के रिटायर्ड बिजली कंपनी के कर्मचारी सुशील कुमार उपाध्याय के बैंक खाते में जमा लोन का पैसा ई-केवाईसी के बहाने पार कर दिया गया. फिलहाल, पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक से लिखित शिकायत करने के साथ ही धारा 1930 के तहत अपनी फरियाद दर्ज कराई है. आरोपी ने बैंक मैनेजर बनकर बात की. इसके बाद उन्हें वाट्सएप पर एक मैसेज दिया. इस मैसेज को फिर से अपने पास मंगाया. जैसे ही उन्होंने मैसेज भेजा, उनका मोबाइल हैक हो गया और सुबह उनके खाते से 16 लाख 9 हजार 88 रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर हो चुके थे.
मैसेज भेजते ही मोबाइल हैंग
सुशील ने जैसे ही मैसेज भेजा उसका मोबाइल कुछ देर लिए हैंग हो गया. सुशील को लगा कि फोन में कुछ गड़बड़ी आ गई होगी, जिसे वे बाद में ठीक करा लेंगे. लेकिन अगले दिन सुशील को मैसेज आया कि उनके खाते से कुल 16 लाख 9 हजार 88 रुपये गायब हो चुके थे. सुशील ने इसकी शिकायत साइबर सेल, राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल, नेशनल हेल्पलाइन के टोल फ्री नंबर 1930 में दर्ज कराई है.
ट्रू-कॉलर में लिखा था मैनेजर एक्सिस बैंक
रिटायर्ड बिजली कर्मी सुशील कुमार उपाध्याय के अनुसार उन्होंने घर बनवाने के लिए एक्सिस बैंक से 30 लाख रुपये लोन लिया था. उनके पास तीन दिन पहले शाम के वक्त मोबाइल नंबर 9161770455 से कॉल आया. ट्रू-कॉलर एप पर वह नंबर एक्सिस बैंक मैनेजर का दिखा रहा था. ऐसे में सुशील को लगा कि लोन या खाते के संबंध में चर्चा के लिए बैंक से फोन आया होगा. कॉल रिसीव करने पर सामने वाले ने खुद को ऐक्सिस बैंक का मैनेजर बताते हुए सुशील के खाते की ऑनलाइन ई-केवाईसी करने की बात कही. एक्सिस बैंक में खाता होने और ट्रू-कॉलर में ऐक्सिस बैंक मैनेजर का नाम आने के कारण सुशील को संदेह भी नहीं हुआ और उन्होंने पैन-आधार समेत अपनी तमाम डिटेल कॉल करने वाले को दे दी. उसने एक मैसेज भेज कर उसे वापस भेजने को कहा, सुशील ने वैसा कर दिया.
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मामला भरहुत नगर में रहने वाले सेवानिवृत्त बिजली कर्मचारी सुशील कुमार उपाध्याय का है. बताया जाता है कि इन्होंने ऐक्सिस बैंक से अपना घर बनवाने के लिए बैंक से लोन लिया था. मगर, लोन की रकम ठगों ने पार कर दी. अब देखना होगा कि यह पैसा उन्हें वापस मिलता है या फिर उन्हें बिना राशि का उपयोग किए ही लोन का कर्ज चुकाना पड़ता है.
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