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हड़ताल के साथ शुरू हुआ MP का नया साल, हिट एंड रन के नए कानून के खिलाफ कई जगहों पर प्रदर्शन

चश्मदीदों ने बताया कि मुंबई को आगरा से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर धार और शाजापुर जिलों में चालकों ने चक्काजाम किया जिससे सैकड़ों वाहनों की लंबी कतारें लग गईं. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इंदौर के विजय नगर चौराहे पर चक्काजाम की कोशिश के दौरान सवारियों को चार पहिया वाहनों से जबरन उतार रहे प्रदर्शनकारी चालकों को पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज करके खदेड़ा.

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हड़ताल के साथ शुरू हुआ MP का नया साल, हिट एंड रन के नए कानून के खिलाफ कई जगहों पर प्रदर्शन
साल के पहले दिन मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में हुआ विरोध प्रदर्शन

Hit and Run Law: 'हिट-एंड-रन' मामलों से संबंधित नए कानून के विरोध में ट्रकों और टैंकरों सहित वाणिज्यिक वाहनों के चालकों ने सोमवार को मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में काम बंद कर दिया. राज्य में कुछ स्थानों पर चालकों के विरोध प्रदर्शन के कारण सड़कों पर जाम लग गया. वहीं विभिन्न शहरों में ईंधन आपूर्ति बाधित होने की आशंका के कारण पेट्रोल पंपों पर गाड़ियों की लंबी कतारें देखी गईं. प्रदर्शनकारी चालकों ने मुंबई-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग और इंदौर में कुछ सड़कों को भी अवरुद्ध कर दिया, जिससे आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाली गाड़ियों की आवाजाही प्रभावित हुई.

भोपाल में चालकों ने लालघाटी पर प्रदर्शन किया और सिटी बसें और अन्य वाहन रोके और कुछ प्रदर्शनकारी एमपी नगर के बोर्ड ऑफिस चौराहे पर भी एकत्र हुए. भारतीय दंड संहिता की जगह लेने वाली भारतीय न्याय संहिता में ऐसे चालकों के लिए 10 साल तक की सजा का प्रावधान है जो लापरवाही से गाड़ी चलाकर गंभीर सड़क दुर्घटना का कारण बनते हैं और पुलिस या प्रशासन के किसी भी अधिकारी को सूचित किए बिना भाग जाते हैं.

यह भी पढ़ें : Hit and Run: क्या है 'हिट एंड रन' का नया कानून जिसे लेकर बवाल काट रहे हैं ट्रक ड्राइवर?

कानून में संशोधन की मांग

बोर्ड ऑफिस चौराहे पर एक प्रदर्शनकारी प्रमोद सिकरवार ने कहा, 'नए कानून के अनुसार, हिट-एंड-रन मामलों में 10 साल की जेल की सजा और सात लाख रुपए का जुर्माना हो सकता है.' उन्होंने कहा, 'नया कानून चालकों के हित के खिलाफ है. चालक किसी को मारना नहीं चाहते, लेकिन दुर्घटनाएं हो जाती हैं. ऐसे मामलों में लोग चालक के खिलाफ हो जाते हैं. हम मांग करते हैं कि नए कानून में संशोधन किया जाए.' इंदौर में विरोध प्रदर्शन के तहत गंगवाल बस स्टैंड पर बसें सड़क पर खड़ी कर दी गईं.

पंपों में है पर्याप्त डीजल-पेट्रोल

इस बीच, विरोध प्रदर्शन से लोगों में दहशत फैल गई. उन्हें डर था कि प्रदर्शन से ईंधन आपूर्ति प्रभावित हो सकती है और वे पेट्रोल पंपों पर कतारों में खड़े हो गए. मध्य प्रदेश पेट्रोलियम एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा, 'हिट-एंड-रन मामलों में नया कानून सभी वाहनों पर लागू होगा, न कि केवल टैंकरों या ट्रकों पर. कुछ स्थानों पर समस्याएं हैं और लोग घबराहट में ईंधन इकठ्ठा करने के लिए परेशान हो रहे हैं.' उन्होंने कहा कि सड़क अवरोध के कारण कुछ स्थानों पर ईंधन टैंकर फंसे हुए हैं, लेकिन अधिकांश पेट्रोल पंपों पर पर्याप्त पेट्रोल और डीजल है.

बेहतर सड़क और परिवहन व्यवस्था की मांग

ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस की परिवहन समिति के अध्यक्ष सीएल मुकाती ने न्यूज एजेंसी 'पीटीआई भाषा' को बताया, 'हिट एंड रन के मामलों में सरकार की ओर से अचानक पेश किए गए कड़े प्रावधानों को लेकर चालकों में आक्रोश है और उनकी मांग है कि इन प्रावधानों को वापस लिया जाए.' उन्होंने कहा कि सरकार को 'हिट एंड रन' के मामलों में अन्य देशों की तर्ज पर सख्त प्रावधान लाने से पहले उनकी तरह बेहतर सड़क और परिवहन व्यवस्था सुनिश्चित करने पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए.'

पुलिस ने किया हल्का बल प्रयोग

चश्मदीदों ने बताया कि मुंबई को आगरा से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर धार और शाजापुर जिलों में चालकों ने चक्काजाम किया जिससे सैकड़ों वाहनों की लंबी कतारें लग गईं. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इंदौर के विजय नगर चौराहे पर चक्काजाम की कोशिश के दौरान सवारियों को चार पहिया वाहनों से जबरन उतार रहे प्रदर्शनकारी चालकों को पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज करके खदेड़ा. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इंदौर के ही एक अन्य वाकये में चालकों ने गंगवाल बस स्टैंड के पास चौराहे पर बसें खड़ी करके चक्काजाम कर दिया और धरने पर बैठ गए जिससे राहगीरों को खासी परेशानी हुई.

पुलिस अधिकारी पर पिस्तौल से डराने का आरोप

सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) हेमंत चौहान ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को कड़े शब्दों में चेतावनी देकर चक्काजाम खत्म कराया गया. उन्होंने बताया कि सड़क पर चक्काजाम करके यातायात बाधित करने वाले लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ उचित कानूनी कदम उठाए जा रहे हैं. इस बीच, सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में सड़क पर विरोध प्रदर्शन के दौरान चालक यह आरोप लगाकर हंगामा करते नजर आ रहे हैं कि एक पुलिस अधिकारी ने उन्हें डराने के लिए पिस्तौल निकाल ली.

इंदौर के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) उमाकांत चौधरी के मुताबिक, यह घटना क्षिप्रा थाना क्षेत्र में रविवार को सामने आई, लेकिन उन्होंने प्रदर्शनकारी चालकों का आरोप खारिज किया. उन्होंने कहा, 'पुलिस अधिकारी अपनी पिस्तौल को चमड़े के खोल में रख भर रहा था. उसका इरादा प्रदर्शनकारियों को डराने का नहीं था.' ग्वालियर में रविवार को सिकरौदा इलाके में कुछ वाहन चालकों ने सड़क जाम कर दी, जिसके बाद पुलिस ने बिलौआ थाने में मामला दर्ज किया.

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चालकों को समझाए जा रहे हैं नियम

ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (एआईएमटीए) की राज्य इकाई के अध्यक्ष सुनील माहेश्वरी ने कहा कि ट्रक या टैंकर मालिकों की कोई हड़ताल नहीं है. माहेश्वरी ने कहा, 'कुछ टैंकर और ट्रक चालकों ने अपने वाहन खड़े कर दिए हैं. उन्हें सूचित किया जा रहा है कि नए कानून सिर्फ ट्रक चालकों पर ही नहीं बल्कि वाहन चलाने वाले हर व्यक्ति पर लागू होते हैं. फिलहाल कोई हड़ताल नहीं होगी.' ग्वालियर जिला पेट्रोल पंप एसोसिएशन के संरक्षक दीपक सचेती ने बताया कि रविवार को कुछ समय के लिए रायरू स्थित पेट्रोल डिपो से कुछ टैंकरों में पेट्रोल-डीजल नहीं आया. सचेती ने कहा कि केवल 10 प्रतिशत चालकों को नए नियम समझ में नहीं आए हैं, लेकिन उन्हें समझाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ग्वालियर में डीजल और पेट्रोल की कोई कमी नहीं है.

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