PM Kisan Samman Nidhi : मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के पानसेमल क्षेत्र के एक किसान को खुद को जिंदा साबित करने के लिए दफ्तरों के चक्कर लगाना पड़ रहे हैं. मामला पानसेमल तहसील के ग्राम पंचायत बंधारा खुर्द के कालाअंबा का है. बता दें, किसान सुखलाल को तो पता ही नहीं था कि वह मर चुका है. ये जानकारी किसान को तहसील कार्यालय पहुंचने पर हुई. किसान आवेदन देने के लिए आया था, तभी कंप्यूटर आपरेटर ने बताया कि सिस्टम में आपको मृत बताया जा रहा है. इसीलिए आपकी किसान सम्मान निधि राशि रुकी हुई है. यह देख किसान भी दंग रह गया, और अब खुद को जिंदा साबित करने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहा है.
पांचवीं बार 2 साल पहले में मिली थी राशि
सुखलाल बर्डे ने बताया कि 2021 से पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत मुझे राशि मिल रही थी. पांचवीं बार 2 साल पहले 2022 में मिली थी, जिसके बाद से राशि आना बंद हो गई थी. राशि नहीं आने पर पीएम किसान निधि योजना का बेनिफिट स्टेटस निकाल कर देखा, तो वहां मुझे मृत घोषित किया हुआ है.
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इस प्रकार की गलती कैसे हुई ?
वहीं, किसान के साथ आए तुलसीराम बर्डे ने किसान सुखलाल बर्थडे के जिंदा होने के सबूत आधार कार्ड राशन कार्ड और बैंक पासबुक की कॉपी बताई. वहीं, ई गवर्नेंस प्रबंधक मनीष मुवेल ने बताया कि इसकी जानकारी तहसीलदार से ही मिल पाएगी. वहीं, इस मामले पर तहसीलदार सुनील सिसोदिया से फोन पर बात की, तो बताया कि इस प्रकार की गलती कैसे हुई ? इसकी जांच कर लापरवाही करने वालों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
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