
MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होगी. प्रदेश की सभी 230 सीटों पर एक चरण में वोट डाले जाएंगे. यहां मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच है. हालांकि मैदान में कई अन्य पार्टियां और निर्दलीय उम्मीदवार भी हैं. 3 दिसंबर को तस्वीर साफ होगी कि मध्य प्रदेश की सत्ता पर कौन काबिज होगा, बीजेपी या कांग्रेस. प्रदेश के मतदाताओं का मूड जानने के लिए NDTV ने सीएसडीएस(CSDS)-लोकनीति(LOKNITI) के साथ मिलकर एक ओपिनियन पोल (Opinion Poll) किया है. सर्वे में अलग-अलग तबके, वर्ग और समुदाय की राय को शामिल किया गया है.

किसके साथ MP के ग्रामीण वोटर?
सर्वे के अनुसार मध्य प्रदेश की 46 फीसदी महिलाएं बीजेपी और 44 फीसदी कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की इच्छुक हैं. वहीं 41 फीसदी पुरुष बीजेपी और 41 फीसदी ही कांग्रेस के साथ हैं. शहरी इलाकों में 55 फीसदी मतदाताओं ने कहा कि वे बीजेपी को वोट करेंगे जबकि 35 फीसदी कांग्रेस का समर्थन करते नजर आए. वहीं ग्रामीण इलाकों में तस्वीर ठीक उलट नजर आई. यहां 39 फीसदी मतदाता बीजेपी और 44 फीसदी वोटर कांग्रेस का समर्थन करते नजर आए.

बीजेपी के साथ अमीर वर्ग के मतदाता
सर्वे में अलग-अलग तबके के लोगों को भी शामिल किया गया. गरीब वर्ग के 35 फीसदी वोटर बीजेपी के समर्थन में नजर आए. वहीं 48 फीसदी ने कहा कि उनका वोट कांग्रेस को जाएगा. मध्यम वर्ग के 50 फीसदी मतदाताओं ने बीजेपी का समर्थन किया. वहीं 38 फीसदी कांग्रेस के समर्थक निकले. अमीर वर्ग के बीच बीजेपी की लोकप्रियता काफी अच्छी नजर आई. 63 फीसदी लोगों ने कहा कि वे बीजेपी के पक्ष में मतदान करेंगे, वहीं 29 फीसदी ने कांग्रेस का समर्थन किया.


बड़ी संख्या में मुस्लिम वोटर कांग्रेस के साथ
सर्वे के मुताबिक 50 फीसदी ओबीसी मतदाता बीजेपी के साथ हैं. वहीं 33 फीसदी कांग्रेस का समर्थन करते हैं. जबकि 32 फीसदी दलित वोटर बीजेपी के समर्थक हैं और 50 फीसदी मतदाता कांग्रेस के पक्ष में नजर आए. सर्वे में आदिवासी वर्ग की भी राय को शामिल किया गया, जिसमें से 36 फीसदी बीजेपी और 53 फीसदी कांग्रेस का साथ देते नजर आए. मध्य प्रदेश में बड़ी संख्या में मुस्लिम वोटर कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं. 85 फीसदी लोगों ने कहा कि वे कांग्रेस के साथ हैं जबकि बीजेपी के पक्ष में सिर्फ 6 फीसदी मतदाता नजर आए.


कितने सुधरे प्रदेश के हालात?
सर्वे बताता है कि मध्य प्रदेश के 43 फीसदी मतदाता कांग्रेस के साथ हैं जबकि 36 फीसदी बीजेपी को वोट देने के इच्छुक हैं. वहीं 21 फीसदी मतदाता अन्य के साथ हैं. कुछ ऐसे ही आंकड़े गरीब वर्ग के भी हैं. 35 फीसदी ने कहा कि वे चुनाव में बीजेपी का साथ देंगे. वहीं 48 फीसदी लोगों ने कांग्रेस का समर्थन किया. 17 फीसदी वोटर अन्य के साथ हैं.


सर्वे में लोगों से पूछा गया कि प्रदेश में स्थिति कितनी सुधरी है. दलित वर्ग के 30 फीसदी लोगों ने कहा कि स्थिति में सुधार हुआ है. वहीं 36 फीसदी ने कहा कि स्थिति पहले से बिगड़ी है. आदिवासी वर्ग के 29 फीसदी लोगों को लगता है कि स्थिति सुधरी है. जबकि 34 फीसदी ने कहा कि हालात और बिगड़े हैं.