
MP News in Hindi: यह सिर्फ एक खबर नहीं, बल्कि उन सैकड़ों बच्चों की जमीनी हकीकत है, जिन्हें हम बड़े गर्व से "देश का भविष्य" कहते हैं! लेकिन, जब यही भविष्य अपने उज्ज्वल कल की ओर पहला कदम बढ़ाता है, तो उसे सबसे पहले कीचड़ से सने रास्ते की कठिन परीक्षा से गुजरना पड़ता है. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सागर (Sagar) जिले की ग्राम पंचायत चितौरा में स्थित सरकारी स्कूल तक पहुंचने का एकमात्र रास्ता आज भी कीचड़ और दलदल से भरा पड़ा है. सरकार ने स्कूल की इमारत तो खड़ी कर दी, लेकिन वहां तक पहुंचने के लिए जरूरी पक्की सड़क अब तक नहीं बनवाई है.

स्कूल तक जाने वाली सड़क जर्जर
पढ़ाई में अड़चन बना रास्ता
स्कूल जाने वाले छात्र-छात्राओं को रोजाना इसी गंदगी और फिसलन भरे रास्ते से होकर गुजरना पड़ता है. बारिश के दिनों में स्थिति और भी भयावह हो जाती है. बच्चों के जूते, ड्रेस सब गंदे हो जाते हैं और कई बार वे फिसलकर गिर भी जाते हैं. इससे न केवल शारीरिक चोट का खतरा बना रहता है, बल्कि पढ़ाई में भी व्यवधान उत्पन्न होता है. यह परेशानी सिर्फ छात्रों तक सीमित नहीं है, स्कूल के शिक्षक और अन्य स्टाफ भी रोज इसी कठिनाई का सामना कर रहे हैं. कई बार शिक्षक भी रास्ते में फिसल चुके हैं. स्कूल प्रबंधन ने कई बार पंचायत और प्रशासन से शिकायत की, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन मिला, समाधान नहीं...

छात्रों के साथ ग्रामीणों को भी हो रही परेशानी
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सरपंच ने कही ये बात
स्कूल तक जाने वाली सड़क के खराब होने के मामले को लेकर सरपंच ने कहा कि पूरे गांव की सड़क को बनाने के लिए फंड आता है, लेकिन स्कूल तक जाने वाली सड़क के लिए फंड कम पड़ जाता है. ऐसा इसलिए भी क्योंकि ये सड़क पंचायत के बाहर पड़ती है.
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