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MPPSC अभ्यर्थियों को नहीं दिखा रहा है आंसर शीट, पटवारी के दावे से हड़कंप

MPPSC News: कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने गुरुवार को दावा किया कि मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) "भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद" के कारण उम्मीदवारों को अपनी भर्ती परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाएं नहीं दिखा रहा है.

MPPSC अभ्यर्थियों को नहीं दिखा रहा है आंसर शीट, पटवारी के दावे से हड़कंप

MPPSC News: कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने गुरुवार को दावा किया कि मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) "भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद" के कारण उम्मीदवारों को अपनी भर्ती परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाएं नहीं दिखा रहा है. वहीं एमपीपीएससी के एक अधिकारी ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि अदालत में लंबित ओबीसी आरक्षण मुद्दे में कानूनी पहलुओं के कारण आयोग उम्मीदवारों को उत्तर पुस्तिकाएं नहीं दिखा पा रहा है.

प्रदेश कांग्रेस प्रमुख पटवारी ने बुधवार से इंदौर में एमपीपीएससी मुख्यालय के सामने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन कर रहे युवाओं से मुलाकात की. एमपीपीएससी द्वारा आयोजित भर्ती परीक्षाओं में धांधली का आरोप लगाते हुए पटवारी ने कहा, "एमपीपीएससी ने भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद के कारण 2019 से उम्मीदवारों को उत्तर पुस्तिकाएं दिखाना बंद कर दिया है. एमपीपीएससी में हर साल पांच लाख लोग राज्य सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करते हैं, लेकिन इस परीक्षा के जरिए भर्ती होने वाले पदों की संख्या घटाकर सिर्फ 110 कर दी गई है. यह अन्याय की पराकाष्ठा है." 

बीजेपी पर बरसे पटवारी 

पटवारी ने कहा कि भाजपा सरकार को "भर्ती परीक्षाओं में शामिल होने वाले उम्मीदवारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना" बंद करना चाहिए और रिक्त पदों को भरना चाहिए. कुछ उम्मीदवारों ने कहा कि एमपीपीएससी कुल विज्ञापित पदों में से केवल 87 प्रतिशत पर ही भर्ती कर रहा है और शेष 13 प्रतिशत को लंबित रखा है, क्योंकि अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण को 14 प्रतिशत से बढ़ाकर 27 प्रतिशत करने को लेकर उच्च न्यायालय में मामला चल रहा है. 

क्या बोले एमपीपीएससी के अधिकारी? 

एमपीपीएससी के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) रवींद्र पंचभाई ने कहा, "हम 2019 से भर्ती परीक्षाओं के अधूरे परिणाम घोषित कर रहे हैं, क्योंकि ओबीसी आरक्षण का मामला न्यायालय में लंबित है. चूंकि मुकदमे के अंतिम फैसले तक भर्ती परीक्षाओं की गोपनीयता बनाए रखनी है, इसलिए उम्मीदवारों को फिलहाल उनकी उत्तर पुस्तिकाएं नहीं दिखाई जा सकती हैं."

क्या है मामला? 

इंदौर में एमपीपीएससी अभ्यर्थियों का लगातार प्रदर्शन जारी है. 48 घंटे बाद भी हजारों की तादाद में छात्र मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ऑफिस के बाहर बैठे हैं और लगातार अपनी मांगे पूरी करवाने के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे. सभी छात्रों का कहना है की जब तक उनकी मांगे पुरी नहीं होती तब तक उनका प्रदर्शन नहीं रूकेगा तो वही नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन की राष्ट्रीय कमिटी के सदस्य अंशुल और राधे आमरण अनशन पर बैठे हैं. बुधवार दोपहर 12 बजे से लगातार छात्रों द्वारा धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. अबकी बार 700 पार का नारा लगाकर सीटों में बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं पहले दिन 2000 से ज्यादा छात्र पहुंचे, तो वहीं अगले दिन लगातार छात्र इसमें जुड़ते गए. इंदौर के भोलाराम उस्ताद मार्ग से लेकर लोक सेवा आयोग के सामने तक विद्यार्थियों ने पैदल मार्च किया.

क्या है मांगें

1.) 2019 की मुख्य परीक्षा के कॉपियां दिखाई जाए और मार्कशीट की जाए जारी 

2.) एमपीपीएससी 2025 में राज्य सेवा में 700 और वन सेवा में 100 पदों के साथ नोटिफिकेशन को करें जारी

3.) 2023 राज्य सेवा मुख्य परीक्षा का परिणाम जारी किया जाए 

4.) 87/13 फॉर्मउला खतएम करके सभी परिणाम 100% पर जारी किए जाए 

5 ) एमपीपीएससी की भर्ती प्रक्रिया में कई सुधार किए जाएं, जैसे प्रारंभिक परीक्षा में यूपीएससी की तरह एक भी प्रश्न गलत ना हो. नेगेटिव मार्किंग को शुरू करें. सीजीपीएससी की तरह मुख्य परीक्षा की कॉपी जांची जाए. तो वहीं इंटरव्यू के मार्क्स कम करके बिना कैटेगरी और सरनेम की वीडियो रिकॉर्डिंग साथ आयोजित करें.
 

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