MP Weather Update: मध्यप्रदेश में ठंड ने इस हफ्ते अचानक जोर पकड़ लिया है. उत्तर से आ रही बर्फीली हवाओं ने ग्वालियर–चंबल, भोपाल, सागर और रीवा संभाग तक कंपकंपी बढ़ा दी है. गुरुवार-शुक्रवार की रात प्रदेश के 17 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे चला गया. मौसम विभाग का अनुमान है कि यह ठिठुरन अब दिसंबर भर जारी रहेगी और कई पुराने रिकॉर्ड टूट सकते हैं.
ग्वालियर-चंबल में सर्द हवाओं ने बढ़ाई ठिठुरन
मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा ठंड ग्वालियर–चंबल इलाके में महसूस की गई, जहां कई स्थानों पर रात का तापमान 7–8 डिग्री तक पहुंच गया. वहीं, रीवा का तापमान पचमढ़ी से भी कम दर्ज किया गया.
मध्य प्रदेश के प्रमुख शहरों का तापमान
- इंदौर-11°C
- राजगढ़- 6°C
- उमरिया-7.1°C
- सतना-8.6°C
- धार-9.9°C
- पचमढ़ी-6.6°C
- ग्वालियर-7.5°C
- भोपाल- 8.2°C
- रीवा-5.8°C
- जबलपुर-9.9°C
मध्य प्रदेश में ठंड क्यों बढ़ रही है?
1. वेस्टर्न डिस्टर्बेंस लगातार एक्टिव: हिमालयी क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ का सिलसिला बना हुआ है. पहाड़ों पर बर्फबारी और बारिश के बाद उत्तरी हवाएं सीधे मध्यप्रदेश की ओर आ रही हैं, जिससे पारा तेजी से गिर रहा है.
2. ला नीना का इफेक्ट: मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार ला नीना सक्रिय है, जिससे प्रशांत महासागर का तापमान कम हो गया है. इसका असर भारत में भी दिख रहा है और ठंडी हवाएं ज्यादा ताकत के साथ मध्य भारत तक पहुंच रही हैं.
3. पहाड़ों पर जल्दी बर्फबारी: इस बार हिमाचल, उत्तराखंड और कश्मीर में सीजन की बर्फबारी सामान्य से पहले हो गई, जिससे एमपी की ठिठुरन 20–30% तक बढ़ गई है.
4. ठंडी हवा ज्यादा अंदर तक घुसी: ग्वालियर–चंबल, भोपाल–विदिशा, रतलाम–मंदसौर और सागर–दमोह जोन में इस साल ठंड 20–25% ज्यादा गहराई तक दर्ज की गई है.
दिसंबर में भी रहेगी कड़ाके की ठंड
मध्य प्रदेश मौसम विभाग का कहना है कि राजधानी भोपाल में नवंबर 2025 की सर्दी ने बीते 84 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया. नवंबर के बाद अब दिसंबर 2025 भी बेहद सर्द रहने वाला है. इंदौर में भी 25 साल बाद इतनी ठंड दर्ज हुई है. मध्य प्रदेश में 7–8 दिसंबर 2025 को को उत्तरी हवाएं और तेज होंगी, जिससे उज्जैन, ग्वालियर, चंबल, सागर, सीधी, मऊगंज, सिंगरौली, मंडला और धार–झाबुआ में कड़कड़ाती ठंड पड़ेगी.
मध्य प्रदेश में कोल्ड वेव का अलर्ट
मौसम एक्सपर्ट का अनुमान है कि दिसंबर के आखिरी हफ्ते से लेकर जनवरी तक कई शहरों में कोल्ड वेव (शीतलहर) 20–22 दिन तक चल सकती है. इससे दिन का तापमान भी 4–6 डिग्री तक नीचे जाने की संभावना है, जिससे कोल्ड डे की स्थिति बन सकती है.
भोपाल का 84 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा
राजधानी भोपाल में नवंबर की सर्दी ने 84 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. दिसंबर में भी हालात ऐसे ही रहने के आसार हैं. इतिहास में दिसंबर का सबसे न्यूनतम तापमान 3.1°C (11 दिसंबर 1966) दर्ज है. विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार पारा फिर 3–4 डिग्री तक पहुंच सकता है.