Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में दबंगई का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला रीवा (Rewa) जिले का है. यहां के मनगवां थाना के ग्राम हिनौता में जमीनी विवाद में हैरान करने वाला मामला सामने आया है. दरअसल, यहां दो महिलाओं के ऊपर दबंगों ने डंपर से मुरूम गिरा कर उनको कमर और गर्दन तक मुरूम में दबा दिया. बमुशकिल उनको बचाया जा सका, जिससे उनकी जान बच गई.
घटनास्थल पर मची चीख पुकार
इस मामले का वीडियो देखकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि महिलाएं अपनी जमीन पर कब्जे का विरोध करने के लिए डंपर के पीछे बैठी हैं. तभी अचानक ड्राइवर उनके ऊपर मुरूम गिरा देता है. इस दौरान वहां मौजूद एक महिला कमर तक एक महिला दब जाती है. वहीं, एक महिला गर्दन तक मुरूम में दब जाती है. इसके बाद घटनास्थल पर चीख पुकार मच गई. फिर वहां मौजूद लोगों ने कुदाल के जरिए मुरूम हटाकर हटाकर मुरूम में दबे लोगों को बाहर निकाला. मुरूम में दबने वाली महिलाओं के नाम ममता पाण्डेय, आशा पाण्डेय बताया गया है. जिन्हें बेहोशी की हालत में इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गंगेव ले जाया गया है.
दरअसल, रीवा जिले के मनगवां थाना के गंगेव चौकी क्षत्र में स्थित गांव हिनोता में एक सड़क बन रही है. इस सड़क निर्माण का गांव की दो महिलाओं को विरोध करना काफी महंगा पड़ गया. महिलाओं का कहना था, यह जमीन पट्टे की है, लेकिन दबंग इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं थे. इस बीच सड़क का विरोध करने पर दबंगों ने महिलाओं को मुरूम के नीचे दबा दिया. हालांकि, वहां पर काफी देर से विवाद होने की वजह से काफी लोग मौजूद थे. जैसे ही महिलाओं के ऊपर मुरूम गिरी, तो आसपास के लोगों ने महिलाओं को तत्काल बाहर निकाल लिया.
पीड़ित ने ये की पुलिस में शिकायत
पीड़ित के द्वारा पुलिस में जो शिकायत की गई है. उसमें कहा गया है कि ममता पाण्डेय पति जीवेश कुमार पाण्डेय, आशा पाण्डेय पति शिवेष कुमार पांडेय ग्राम हिनौता कोठार पोस्ट जोरौट थाना व त. मनगवां चौकी गंगेव जिला रीवा म. प्र. का निवासी हूं मेरे पट्टे की जमीन, जिसका खसरा न. 257 है. वहां जबरन मूरूम डाला जा रहा था. जिसमें सड़क बनाने के लिए एक जेसीबी जिसका नंबर एम. पी. 17 डी. ए. 0982 और दो हाईवा, जिसका नंबर एमपी. 17 एच. एच. 3942 है इनके मालिक राजेश सिंह उर्फ (छोटकर) पिता अरुण सिंह ग्राम मढी मर्जादपुर पहुंचे हुए थे मेरे घर में कोई भी पुरुष नहीं था. हम दो लोग थे और छोटे-छोटे बच्चे थे. हमारे द्वारा मना करने पर कि मोरम मत डालो, ये मेरी पटटे की जमीन है, तो इन लोगों ने हमारे साथ मारपीट करने के साथ ही, जबरदस्ती मुरूम हमारे ऊपर डाल दी.
इन पर है आरोप
महिलाओं का कहना है कि गौकरण प्रसाद पाण्डेय पिता चंद्रभान राम पाण्डेय, महेन्द्र प्रसाद पाण्डेय, पिता चंद्रभान राम पांडेय, आकाश पांडेय पिता रमेश पाण्डेय, विपिन पाण्डेय पिता महेन्द्र प्रसाद पाण्डेय, संयोगिता पांडेय उर्फ काजल पिता रमेश पाण्डेय, शशी पाण्डेय पति गौकरण प्रसाद पांडेय, रूकमणी पाण्डेय पति रमेश पाण्डेय, रन्नू पाण्डेय पति गिरीश पाण्डेय ये सब लोगों ने मिलकर हमारे साथ मारपीट की. इसके बाद उन्हीं के इशारे पर डंपर के ड्राइवर ने हमारे ऊपर मुरूम को गिरा दिया. हमारे ऊपर जब डंपर से मुरूम गिरी, तो मौके पर मौजूद कुछ गांव वालों ने हमें मोरम से निकाला, जिनके नाम शिवानन्द यादव, दशरथ यादव, रामबहोर कोरी, अजीत पाण्डेय, रजनीश कुमार पाण्डेय, दयानंद यादव है. पुलिस हमको गंगेव स्वास्थ्य केंद्र इलाज के लिए लाई थी.
ये भी पढ़ें- यूपी के बाद अब एमपी में भी दुकानों के बाहर नेम प्लेट लगाने की सुगबुगाहट, फैसले से पहले ही कांग्रेस ने चल दी बड़ी चाल
इस पूरे मनमले पर एडिशनल एसपी वीके लाल से बात की गई, तो उनका कहना था कि हम मामले की जांच कर रहे हैं. जांच में जो भी निकाल कर सामने आएगा. उसके बाद ही इस मामले पर कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ें- Jyotiraditya Scindia ने की ग्वालियर में भी रीजनल कॉन्क्लेव के आयोजन की मांग, बताई ये वजह...