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This Article is From Dec 15, 2023

MP News : जबलपुर में EOW और रीवा में लोकायुक्त की कारवाई, परियोजना अधिकारी और बाबू पर कसा शिकंजा

Madhya Pradesh News : जबलपुर में ईओडब्ल्यू ने महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी पर अपना शिकंजा कस दिया है. जिले के बरगी ब्लॉक में पदस्थ परियोजना अधिकारी गिरीश बिल्लौरे पर ईओडब्ल्यू ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है. वहीं रीवा में रीवा जिले में लोकायुक्त की लगातार दूसरे दिन दूसरी बड़ी कार्यवाही हुई. स्कूल प्राचार्य के बाद पटवारी की शिकायत पर राजस्व विभाग का बाबू ₹5000 रिश्वत लेते लोकायुक्त के द्वारा रंगे हाथो  पकड़ा गया.

MP News : जबलपुर में EOW और रीवा में लोकायुक्त की कारवाई, परियोजना अधिकारी और बाबू पर कसा शिकंजा
जबलपुर, रीवा:

Madhya Pradesh Latest News : जबलपुर में ईओडब्ल्यू (EOW) ने महिला एवं बाल विकास विभाग (Women and Child Development Department) के परियोजना अधिकारी (Project Officer) पर अपना शिकंजा कस दिया है. जिले के बरगी ब्लॉक में पदस्थ परियोजना अधिकारी गिरीश बिल्लौरे पर ईओडब्ल्यू ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है. आरोप है कि बिल्लौरे ने शासकीय मद की राशि को अपने निजी खाते में ट्रांसफर कराया और उसका निजी उपयोग भी किया.

यह है मामला

ईओडब्ल्यू को यह शिकायत मिली थी कि अक्टूबर 2003 से मार्च 2010 तक परियोजना अधिकारी के पद पर रहते हुए गिरीश बिल्लौरे ने रोकड़ बही रखी थी. विभिन्न योजनाओं के नाम पर निकाली गई राशि के बिल वाउचरों की मूल प्रति को मेंटेन नहीं किया गया. इसके अलावा दो कैश बुक रखी जो कि पूरी लिखी भी नहीं थी. उन्होंने योजनाओं के नाम पर जो राशियां निकाली, उन्हें  बैंक के निजी खातों में जमा कराया और उनका व्यय कैश बुक में दर्शाया.

इस मामले में विभाग ने गिरीश बिल्लौरे को मूल राशि 32 लाख 69 हजार 523 रुपए पर 12 प्रतिशत ब्याज दर के साथ जमा कराने के आदेश जारी किए थे. जब बिल्लौरे ने उक्त राशि जमा नहीं कराई तो मामले की शिकायत EOW से की गई थी, जिस पर मामला दर्ज कर लिया गया है.
रीवा लाेकायुक्त कार्यालय

रीवा लाेकायुक्त कार्यालय

रीवा : लोकायुक्त की लगातार दूसरे दिन दूसरी बड़ी कार्यवाही

रीवा जिले में इन दिनों रिश्वतखोर अधिकारियों के खिलाफ जमकर कार्यवाही हो रही है. आए दिनों कोई ना कोई मामला सामने आता रहता है. पिछले दो दिनों की बात की जाए तो दो दिनों में दो बड़े रिश्वतखोर अधिकारी लोकायुक्त पुलिस के हत्थे चढ़े. आज संभागीय मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर अनुविभागीय अधिकारी मनगवां के कार्यालय में उस समय हड़कंप मच गया जब अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के बाबू सहायक ग्रेड 3 विनोद प्रसाद द्विवेदी, अपने कमरे में रामबहार कोल पटवारी हल्का पिपराव से 5000 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए.

क्या है पूरा मामला, क्यों की गई थी शिकायत?

रामबहोर कोल, पटवारी हल्का पिपराव जो की ग्राम गोरगी तहसील गुढ़ जिला रीवा के रहने वाले हैं. उन्होंने रीवा के लोकायुक्त कार्यालय पहुंचकर शिकायत की थी कि विनोद प्रसाद द्विवेदी, सहायक ग्रेड 3 (ऑफिस कानूनगो) कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व)  मनगवां जिला रीवा. पटवारी हल्का पिपराव से स्थानांतरण करने के लिए ₹10 हजार की रिश्वत मांग रहे हैं. जिसके चलते वह पहली किस्त के रूप में ₹2000 ले चुके हैं.

लोकायुक्त पुलिस ने पटवारी की शिकायत पर जांच कराई. शिकायत सही पाए जाने पर आज ट्रैप की कार्यवाही अनुविभागीय अधिकारी के कार्यालय मनगवां में की गई. जैसे ही बाबू ने पटवारी से ₹5000 रकम ली, वैसे ही लोकायुक्त की टीम ने उनको रंगे हाथों पकड़ लिया.

उप पुलिस अधीक्षक प्रवीण सिंह परिहार के नेतृत्व में निरीक्षक जिया उल हक  सहित 15 सदस्यीय टीम का गठन किया था. टीम मनगवां पहुंची और जैसे ही बाबू ने पटवारी से पैसे लिए टीम ने बाबू को रंगे हाथों पकड़ लिया.

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