
Madhya Pradesh News : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Madhya Pradesh Chief Minister Dr Mohan Yadav) 3 जवरी को जबलपुर दौरे पर थे. जहां उन्होंने कैबिनेट बैठक (Cabinet Meeting) के साथ-साथ विभिन्न कार्यों की समीक्षा बैठक भी ली है. इस दौरान जबलपुर में आयोजित विकास कार्यों की समीक्षा बैठक (Review Meeting) में सीएम ने निर्देश देते हुए कहा कि जिलों और विधानसभा क्षेत्रों में उपलब्ध संसाधनों के आधार पर रोजगार आधारित औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के लिए पांच वर्षीय रोडमेप तैयार किया जाएगा. साथ ही प्रदेश और जिलों के उद्योगपतियों की जिला स्तर पर इन्वेस्टर समिट आयोजित की जायेगी. उन्होंने कहा कि अभी भी कई सेक्टर ऐसे है जहां निवेश और रोजगार (Investment and Employment) के असीमित अवसर है, उन सेक्टरों पर फोकस किया जाएगा. उन्होंने स्थानीय उद्योगपतियों को प्रोत्साहित किया जायेगा.
इन जिलों के लिए अलग योजना और कार्यक्रम
सीएम ने जनजातीय जिलों (Tribal Districts) बालाघाट, मंडला और डिंडोरी की वनीय परिस्थितियों को देखते हुए कहा कि उद्योगों के लिए जहां बिजली की समस्या है वहां के लिए एक अलग योजना और कार्यक्रम बनाया जायेगा. इन क्षेत्रों में वहां की जलवायु और परिस्थितियों को देखते हुए पशुपालन और पर्यटन जैसे क्षेत्रों को बढ़ावा दिया जायेगा. मुख्यमंत्री ने इन जिलों में माइनिंग और डेयरी व्यवसाय पर फोकस करने को कहा है.
इन सेक्टरों में आया बदलाव
उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव (Principal Secretary Industries) संजय शुक्ला ने पिछले तीन माहों में महाकौशल क्षेत्र के औद्योगिक क्षेत्र में आये व्यापक बदलाव की जानकारी देते हुए बताया कि महाकौशल में 9 सेक्टरों में सीमेंट, टेक्सटाइल, लोहा एवं इस्पात, कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण, एथेनॉल, इंजीनियरिंग, एफएमसीजी और निर्माण सामग्री में बदलाव आया है. तीन महीनों में 9567 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है जबकि 19हजार 716 लोगों के लिए नए रोजगार सृजित हुए है.
औद्योगिक क्षेत्र (Industrial Area) उमरिया डंगरिया, जिला जबलपुर का विस्तार 60.5 एकड़ में किया जा रहा है. इंडस्ट्रियल पार्क नरसिंहपुर-दो का विकास, औद्योगिक क्षेत्र टिकरिया कटनी का विकास 7.72 करोड़ रुपये से किया जा रहा है. औद्योगिक क्षेत्र हरगड़ में 19.22 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है. साथ ही औद्योगिक विकास केंद्र मनेरी मंडला में 45.36 करोड़ से डिस्ट्रीब्यूशन पाईप लाइन का कार्य चल रहा है. औद्योगिक विकास केंद्र मनेरी मंडला में भी 19.56 करोड़ की लागत से विस्तार कार्य किया जा रहा है.
विकसित होगा आरोग्य धाम ग्राम, जबलपुर में टेक्सटाइल एवं लॉजिस्टिक क्लस्टर का प्रस्ताव
विकास कार्यो की समीक्षा बैठक में जबलपुर के कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने मध्य भारत के सुनियोजित शहर निर्माण की रूपरेखा प्रस्तुत की, जिसमें नमामि देवी नर्मदे परियोजना (Namami Devi Narmade Project) को विशेष रूप से रेखांकित किया गया है. उन्होंने कहा कि इसमें स्थानीय 18 घाटों को एक दूसरे से ऐसे कनेक्ट किया जाएगा. इससे पर्यटन (Tourism) के अवसर बनेंगे. इन सभी घाटों पर 15 से 20 मिनट में सुगमता से आवागमन किया जा सकेगा. इसी में आरोग्य धाम ग्राम भी विकसित होगा.
इन सबके साथ ही पब्लिक प्रायवेट पार्टनरशिप के माध्यम से होटल (Hotel), अस्पताल (Hospital), स्कूल (School), मॉल (Mall), लॉजिस्टिक पार्क (Logistic Park), हाइराइज एवं अन्य रहवासी इमारतों का निर्माण किया जाएगा. प्रस्तावित क्लस्टर से 50 हजार लोगों को प्रत्यक्ष रूप से तथा 20 हजार लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार सृजन की संभावना बताई गई है. वहीं ग्लोबल स्किल पार्क (Global Skill Park) का निर्माण राज्य सरकार के सहयोग से किये जाने की जानकारी दी गई.
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