Bhopal: साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले है. चुनावों को लेकर राजनीतिक गलियारों से लेकर जनता में भी हलचल है. जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं....अलग अलग विभागों में कार्यरत कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर मोर्चा खोलते हुए नज़र आ रहे हैं. बीते एक महीने से मध्य प्रदेश में पटवारी कर्मचारियों की हड़ताल जारी थी. वहीं अब जूनियर आयुर्वेदिक होम्योपैथिक और यूनानी डॉक्टर्स ने भी मोर्चा खोला है. बीते 6 दिनों से तमाम आयुर्वेदिक जूनियर डॉक्टर और होमियोपैथिक हड़ताल पर बैठे हुए हैं. इसे लेकर अपनी कई मांगों को लेकर मध्य प्रदेश के अलग-अलग आयुर्वेदिक कॉलेज में हड़ताल जारी है.
किन मांगों को लेकर हो रही हड़ताल
खबर है कि स्टायपेंड बढ़ाने की मांग से लेकर अकादमिक कैलेंडर के हिसाब से परीक्षाएं करवाने जैसी चार सूत्री मांगों को लेकर यह मोर्चा खोला गया है. वहीं छात्रों की मांग है कि उन्हें दी जाने वाली छुट्टियों में भी इजाफा हो. साथ ही उन्हें सवेतन 20 (Paid Medical Leave) प्रदान की जाए. मालूम हो कि ये पहली बार नहीं है जब आयुर्वेदिक कॉलेज के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर बैठे हो. पिछले साल भी इस तरह की हड़ताल लंबे समय तक चली थी लेकिन उस समय सरकार के आश्वासन के बाद तमाम जूनियर डॉक्टर और इंटर्न ने अपनी हड़ताल को खत्म कर दिया था.
मांग पूरी होने तक जारी रहेगी हड़ताल
राजधानी भोपाल की खुशी लाल आयुर्वेदिक इंस्टिट्यूट और महाविद्यालय में कॉलेज पर हड़ताल की जा रही है. कॉलेज के अलग-अलग गेट पर होम्योपैथिक यूनानी और आयुर्वेदिक जूनियर डॉक्टर लगातार हड़ताल कर रहे है. रोज 3-6 जूनियर डॉक्टर और इंटर्न भूख हड़ताल पर रोटेशन के हिसाब से बैठ रहे हैं और अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. जूनियर डॉक्टर और इंटर्न ने NDTV से बातचीत में कहा कि उनकी अभी तक सरकार से कोई भी बात नहीं हुई है न ही कॉलेज फैकल्टी या प्रबंधन उनसे बात करने के लिए तैयार है और जब तक उनकी बात नहीं मानी जाएगी वो इसी तरह से हड़ताल पर बैठे रहेंगे.
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