MP Assembly Election Results 2023: विधानसभा चुनाव (Assembly Election) के नतीजों में भाजपा (BJP) को मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की जनता ने बंपर जनादेश दिया है लेकिन इस दौरान प्रदेश सरकार के लगभग 12 मंत्रियों को जनता ने नकार दिया. कई मंत्री और विधायक (MLA) लगातार जीत दर्ज करने में कामयाब रहे. इसी क्रम में आज हम बात करेंगे अशोकनगर जिले की मुंगावली विधानसभा से भाजपा के उम्मीदवार (BJP Candidate) और प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री ब्रजेन्द्र सिंह यादव की जिन्होंने छह साल में चार विधानसभा चुनाव लड़े हैं और चारों बार जीत दर्ज की है.
लिहाजा अब यह कहा जा सकता है कि ब्रजेन्द्र सिंह यादव विधानसभा में इकलौते ऐसे विधायक होंगे जो मात्र छह साल में ही चार बार विधायक निर्वाचित होकर विधानसभा में पहुंचे हैं. दरअसल देखा जाए तो ब्रजेन्द्र सिंह यादव ने अपना पहला विधानसभा चुनाव तब लड़ा जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मुंगावली से विधायक महेंद्र सिंह कालूखेड़ा का निधन हुआ. फरवरी 2018 में उपचुनाव हुआ और कांग्रेस ने ब्रजेन्द्र सिंह यादव को मैदान में उतारा जिसमें उन्होंने अपनी भाभी और भाजपा उम्मीदवार बाईसाब यादव को करारी शिकस्त दी.
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चौथी बार बने विधायक
इसके बाद 2018 के अंत में हुए मध्यावधि चुनाव में यादव ने कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर दूसरी जीत दर्ज की. लेकिन 15 महीने बाद उन्होंने सिंधिया के साथ कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और फिर 2020 में हुए उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी के तौर पर पहली जीत दर्ज की और प्रदेश सरकार में पीएचई राज्यमंत्री बने. रविवार को आए नतीजों में यादव ने छह साल में चौथी बार जीत दर्ज की और इस बार उन्होंने अपने भतीजे और कांग्रेस प्रत्याशी को पांच हजार से अधिक मतों से पराजित किया है.
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ब्रजेन्द्र सिंह यादव ने तोड़ा मिथक
वहीं अगर इससे पहले मुंगावली विधानसभा के इतिहास के बारे में बात की जाए तो ब्रजेन्द्र सिंह यादव से पहले कोई भी नेता लगातार दो बार इस सीट पर जीत दर्ज नहीं कर पाया लेकिन ब्रजेन्द्र सिंह यादव ने न केवल इस मिथक को तोड़ा है बल्कि इस बार इतिहास बनाया है. वह विधानसभा में इकलौते ऐसे विधायक है जो छह साल में चार बार जीत दर्ज करके विधानसभा में पहुंचे हैं.