Madhya Pradesh Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश में चुनावी दंगल चरम पर पहुंच चुका है. राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टियां (BJP) और कांग्रेस (Congress) दोनों ही पार्टियां अपनी स्थिति मजबूत करने में जीन जीन से जुटी है. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रोड शो के जरिए, सीधे जनता से संवाद कर रहे हैं. लेकिन, इस रोड शो के दौरान सीएम शिवराज चौहान (Shivraj Singh Chouhan) को शुक्रवार को उस वक्त असहज स्थित का सामना करना पड़ा, जब उनके रोड शो में सरकार की वादा खिलाफी से नाराज अतिथि विद्वानों ने हंगामा शुरू कर दिया.
सड़क पर लेट गईं अतिथि विद्वान
दरअसल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को रोड शो के लिए डिंडोरी पहुंचे थे. उनका रोड शो जब शासकीय चन्द्रविजय कालेज तिराहा से पुलिस लाइन कार्यक्रम स्थल तक निकल रहा था. इस दौरान मुख्यमंत्री का जगह जगह स्वागत किया गया और फूलों की वर्षा की गई. लेकिन जैसे ही शिवराज सिंह चौहान का काफिला भाजपा कार्यालय के आगे निकला, तभी महिला अतिथि विद्वान मुख्यमंत्री शिवराज को अपना ज्ञापन देने के लिए जोर-जोर से चीखने लगी. इस दौरान नाराज अतिथि विद्वान पर लेट गई.
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वादाखिलाफी का लगाया आरोप
जब इसकी भनक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लगी तो मुख्यमंत्री ने रोड शो रुकवा कर अतिथि विद्वानों का ज्ञापन तो ले लिया, लेकिन उनसे बात नहीं की और आगे कार्यक्रम स्थल के लिए निकल गए. इससे नाराज महिला अतिथि विद्वान उत्तेजित हो उठी और मुख्यमंत्री शिवराज पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री खुद को बहनों के भाई कहते हैं. लेकिन इस भाई ने महापंचायत बुलाकर हमारे साथ धोखा किया. हमने मिलने का समय मांगा था, लेकिन हमें नहीं मिलने दिया गया. हमारी मांग है कि हमारा भविष्य सुरक्षित किया जाए. नहीं तो हम यही अपनी जान दे देंगे. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान डिंडोरी में चरण पादुका कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे, जिन्हें देखने व सुनने के लिए जिलेभर से बड़ी संख्या में ग्रामीण कार्यक्रम स्थल सुबह से पहुंचे हुए थे.
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