Madhya Pradesh Monsoon 2024: मध्य प्रदेश में मानसून की दस्तक (MP Monsoon 2024) दिए हुए 102 दिन हो गए हैं. प्रदेश में शुक्रवार, 21 जून, 2024 को मानसून ने पांढुर्ना, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी और अनूपपुर जिलों में सबसे पहले मानसून की दस्तक हुई थी. वहीं आखिरी में ग्वालियर-चंबल पहुंचा था. अब प्रदेश में स्ट्रॉन्ग सिस्टम खत्म हो रहा है. हालांकि कई इलाकों में अभी भी तेज बारिश देखने को मिल रही है, लेकिन अब जल्द ही मध्य प्रदेश से मानसून की विदाई हो जाएगी. ऐसे में जानते हैं कब होगी MP से मानसून की विदाई?
मध्य प्रदेश से कब होगी मानसून की वापसी
24 सितंबर को हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्सों से मानसून की विदाई हो गई है. वहीं राजस्थान और गुजरात के कई हिस्सों से मानसून की विदाई हो गई है. हालांकि इस बार मानसून की विदाई कुछ देरी से हुई है.
बता दें कि मध्य प्रदेश से मानसून 5 अक्टूबर के बाद विदाई लेने लगेगा. मौसम विभाग के अनुसार, ग्वालियर-चंबल में सबसे पहले मानसून की विदाई होगी.
मध्य प्रदेश में 18 फीसदी अधिक हुई बारिश
अगर बात बारिश की आकड़ों की करें तो प्रदेश में अब तक 44.1 इंच बारिश हो चुकी है, जो सामान्य कोटे से 18 फीसदी अधिक है. दरअसल, 30 सितंबर तक मध्य प्रदेश में 37.3 इंच बारिश होनी थी.
अब तक देश में हुई इतनी बारिश
देश में 1 जून से 30 सितंबर के दौरान सामान्य रूप से 868.6 मिमी बारिश होनी चाहिए, लेकिन इस बार 934.8 मिमी हुई है. यानी कि इस बार 7.8 प्रतिशत ज्यादा पानी गिरा है, जबकि जून में बारिश की 11 प्रतिशत कमी थी, लेकिन उसके बाद लगातार ज्यादा बारिश होती रही.
किस राज्य से कब विदा होगा मानसून?
राज्य | मानसून के विदाई की तय तारीख | मानसून के विदाई की वास्तविक तारीख |
राजस्थान | 17 सितंबर, 2024 | 23 सितंबर, 2024 |
राजस्थान, गुजरात, पंजाब | 20 सितंबर, 2024 | 24 सितंबर, 2024 |
गुजरात, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश | 25 सितंबर, 2024 | - |
राजस्थान | 25 सितंबर, 2024 | 30 सितंबर, 2024 |
मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, यूपी, गुजरात | 30 सितंबर, 2024 | - |
मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार | 5 अक्तूबर, 2024 | - |
महाराष्ट्र, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, तेलंगाना | 10 अक्तूबर, 2024 | - |
कर्नाटक, ओडिशा, तेलंगाना व अन्य निचले राज्य | 15 अक्टूबर, 2024 | - |
कब होगी ठंड की दस्तक?
अब अगले एक से डेढ़ महीने में दिन और रात के तापमान में अंतर और बढ़ जाएगाा. नवंबर के तीसरे हफ्ते से दिन में भी तापमान कम होना शुरू होगा, क्योंकि पश्चिमी विक्षोभ ((western disturbance) का सिलसिला शुरू हो जाएगा. दिसंबर में पहाड़ों पर बर्फबारी की शुरुआत से मैदानों में भी ठंड दस्तक देगी. नवंबर के आखिरी तक ला-नीना (La Nina) पैदा होने का अनुमान लगाया जा रहा है. ला-नीना में अक्सर ज्यादा ठंड रहती है.
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साल 2024 सबसे पहले केरल में मानसून की दस्तक 30 मई, 2024 को हो गई थी, जबकि आमतौर पर ये 1 जून को आता है. वहीं 2 जुलाई, 2024 तक मानसून पूरे देश में आ गया था, जो छह दिन पहले था. जबकि सामान्य तारीख 8 जुलाई से है. आमतौर पर मानसून 38 दिनों में यानी 8 जुलाई तक पूरे भारत को कवर कर लेता है, लेकिन इस साल धीमी रफ्तार के बावजूद 34 दिनों मानसून पूरे देश में आ गया था. यह लगातार तीसरा साल था जब मानसून ने 2 जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लिया.