मध्य प्रदेश में मंत्रियों को शपथ ग्रहण के बाद विभाग मिल गए लेकिन बंगले का इंतजार लंबा होता जा रहा है. इसके पीछे वजह ये है कि मध्य प्रदेश के चुनाव हारने वाले 12 मंत्रियों ने अभी तक बंगला खाली नहीं किया है. ऐसे में नए 22 मंत्री यहां-वहां रहने को मजबूर हैं. कोई मंत्री कोई अपने बेटे के बंगले में रह रहा है. कोई अपने भाई के बंगले में तो कुछ मंत्री गेस्ट हाउस में रह रहे हैं. भिंड के मेहंगाव से विधायक और कैबिनेट मंत्री राकेश शुक्ला को भी बंगला नहीं मिला है. ऐसे में कैबिनेट मंत्री गेस्टहाउस में रहते हैं. राकेश शुक्ला आज सड़क पर टहलते हुए लोगों से फरियाद सुनते दिखे. NDTV ने जब कैबिनेट मंत्री राकेश शुक्ला से बंगले को लेकर बातचीत की तो उन्होंने कहा,
राकेश शुक्ला
तभी मंत्री राकेश शुक्ला से मिलने आए एक व्यक्ति अमित गुप्ता ने हमसे बात करते हुए कहा, मंत्री जी से मिलने आओ तो रेस्ट हाउस आना पड़ता है. जगह नहीं होने की वजह से मंत्री जी रोड पर चल चल कर बातें करते हैं. लोगों की संख्या ज्यादा होती है जिससे मुलाकात करने आने वालों को असुविधा होती है. मंत्री जी को बंगला नहीं मिलने से हमें भी परेशानी हो रही है.
MP के पुराने मंत्रियों ने नहीं किया बंगला खाली
मध्य प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय अपने बेटे के शिवाजी नगर स्थित बंगले में रह रहे हैं. पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल अपने भाई जालम सिंह के बाणगंगा स्थित बंगले में रह रहे हैं. कई मंत्री MLA गेस्ट हाउस में हैं. पूर्व मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा और कमल पटेल सहित करीब 12 मंत्री इस विधानसभा चुनाव में अपना चुनाव हार चुके हैं. वहीं, 10 पूर्व मंत्री ऐसे हैं जो चुनाव तो जीत गए लेकिन मंत्रिमंडल में जगह नहीं ले पाए लेकिन इन्होंने अभी तक अपना बंगला खाली नहीं किया है.
बंगले खाली कराए जाएंगे
वहीं, इस मामले में भारतीय जनता पार्टी BJP के प्रवक्ता अजय धवले का कहना है कि निर्धारित प्रक्रिया के तहत बंगले खाली कराए जाएंगे और जल्द ही नए मंत्रियों को बंगले अलॉट कर दिए जाएंगे.