MP SIR Process 2025: चुनाव आयोग के निर्देश पर मध्यप्रदेश में मंगलवार यानी 4 नवंबर से मतदाता सूची के सुधार और सत्यापन का काम शुरू हो गया है. इसे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान कहा जा रहा है. इसके लिए प्रदेशभर के 65,014 मतदान केंद्रों पर एक-एक कर्मचारी (BLO) को तैनात किया गया है, जो घर-घर जाकर वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने और हटाने का काम करेंगे. यह काम 4 दिसंबर 2025 तक चलेगा. इस पूरे अभियान का मुख्य उद्देश्य सूची में मौजूद त्रुटियों को दूर करना और यह निश्चित करना है कि प्रत्येक पात्र नागरिक का नाम सही रूप से दर्ज हो.
घर-घर जाकर 2003 तक की लिस्ट मिलाएंगे कर्मचारी
राजधानी भोपाल में इस काम के लिए 2029 कर्मचारी तैनात किए गए हैं. जिला निर्वाचन अधिकारी कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि ये कर्मचारी 2003 से 2025 तक की वोटर लिस्ट की जाँच करेंगे.
यह काम पूरा होने के बाद 9 दिसंबर को नई वोटर लिस्ट जारी की जाएगी. अगर किसी का नाम नहीं मिलता है, तो उसे एसडीएम की तरफ से नोटिस भेजा जाएगा.
अफवाहों से बचें: कलेक्टर की अपील
उधर SIR के काम को लेकर जबलपुर और ग्वालियर में सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों पर प्रशासन तुरंत हरकत में आया है. जबलपुर कलेक्टर राघवेंद्र सिंह ने साफ किया कि सर्वे के दौरान कर्मचारी सिर्फ एक फॉर्म भरवाएंगे.उन्होंने कहा कि व्हाट्सएप पर यह जो झूठी खबर चल रही है कि दो फोटो या कोई और दस्तावेज़ चाहिए,उस पर बिल्कुल भी विश्वास न करें. ग्वालियर में भी प्रभारी कलेक्टर कुमार सत्यम ने नागरिकों से अपील की कि वे सिर्फ सही जानकारी पर भरोसा करें और अफवाहों से बचें.
कांग्रेस ने उठाए सवाल: 'क्या वन नेशन, वन इलेक्शन की तैयारी?'
इस बड़े अभियान के शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सवाल खड़े कर दिए हैं. उन्होंने कहा कि यह काम बहुत जल्दी में किया जा रहा है, और इसके पीछे बीजेपी का एजेंडा क्या है? सिंघार ने सीधे सवाल किया कि क्या सरकार 'वन नेशन, वन इलेक्शन' की तरफ जा रही है, या फिर यह पुरानी वोटर लिस्ट की गड़बड़ियों को छिपाने की कोशिश है. उन्होंने बताया कि कांग्रेस भी इस काम पर नज़र रखेगी. कांग्रेस ने अपनी तरफ से बूथ लेवल एजेंट तैनात किए हैं और एक कंट्रोल रूम भी बनाया है, जिसका काम चुनाव आयोग की गड़बड़ियों को पकड़ना होगा.
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