मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस ने प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष दोनों ही बदल दिए थे. इस बीच कमलनाथ की कुर्सी जाने को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही थी, कोई कह रहा था कि चुनाव में हार की वजह से आला कमान उनसे नाराज है. लिहाजा, पार्टी ने उनसे अध्यक्ष पद से इस्तीफा मांगा था. नए अध्यक्ष की नियुक्ति से भी इस बात को बल मिला था कि हाईकमान ने कमलनाथ को बेदखल किया है, लेकिन अब पार्टी ने इस पर आधिकारिक सफाई दी है.
पार्टी ने बताया, क्यों हटे कमलनाथ ?
मध्य प्रदेश में हार के लगभग एक महीने बाद पार्टी ने कमलनाथ को अध्यक्ष पद से हटने और हटाने की थ्योरी पर लगाम लगा दिया है. इस पूरे मामले पर बोलते हुए प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह ने सोमवार को कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस उनका बहुत सम्मान करती है. हम सब उनका बहुत सम्मान करते हैं. उन्होंने कहा कि कमलनाथ प्रदेश ही नहीं, देश के बहुत बड़े नेता हैं और आगे भी रहेंगे. उन्होंने बताया कि कमलनाथ ने मध्य प्रदेश में हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए चुनाव परिणाम आने के अगले ही दिन अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. लेकिन शीर्ष नेतृत्व ने नए अध्यक्ष के चुनाव होने तक उन्हें पद पर बने रहने के लिए कहा था. इसके साथ ही उन्होंने सभी तरह की अटकलों को खारिज कर दिया. सिंह ने कहा कि मीडिया में जो भी खबरें इस संबंध में चल रही है, वह उनका व्यक्तिगत विचार से ज्यादा कुछ नहीं है.
लोकसभा चुनाव की तैयारी पर ये बोले भंवर जितेंद्र सिंह
लोकसभा चुनाव की तैयारियों से संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि सबसे पहले पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक है. उसके अंदर बहुत सारे मुद्दे होंगे, उसके बाद प्रदेश इलेक्शन कमेटी की बैठक होगी, जिसमें तय होगा कि किस तरह से हम अपने प्रत्याशियों का चयन करेंगे. उसके बाद भारत जोड़ो यात्रा के रूट चार्ट पर चर्चा होगी.
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कमलनाथ बोले- प्रदेश में रहकर करूंगा लोगों की सेवा
विधायक पद की शपथ लेने के बाद कमलनाथ ने कहा कि जनता ने विधायक चुना है, तो प्रदेश में रहकर ही उनकी सेवा करूंगा. दिल्ली जाने के सवाल पर उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि मैं दिल्ली क्यों जाऊंगा, मैं मध्य प्रदेश में ही सक्रिय रहूंगा. वहीं, उन्होंने इंडिया गठबंधन पर कहा कि इंडिया गठबंधन की बात चल रही है, इसका निचोड़ ज़रूर निकलेगा. हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने अपनी दिलचस्पी प्रदेश की राजनीति में दिखाई. कमलनाथ ने कहा कि मैं इंडिया गठबंधन की चर्चा में शामिल नहीं हूं. इसलिए, मैं दिल्ली क्यों जाऊंगा. मैं मध्य प्रदेश में सक्रिय रहूंगा.
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