DSP Arrested in Hawala Robbery Case: मध्य प्रदेश में हवाला लूट कांड का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है. इस मामले में अब एक बड़े पुलिस अधिकारी डीएसपी पंकज मिश्रा की गिरफ्तारी हुई है. जबलपुर क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को चार लोगों को पकड़ा और सभी को सिवनी कोर्ट में पेश किया, कोर्ट ने उन्हें 20 नवंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है.
दरअसल, सिवनी हवाला लूट मामले में पुलिस ने सोमवार देर रात बड़ी कार्रवाई करते हुए हॉक फोर्स में तैनात डीएसपी पंकज मिश्रा को गिरफ्तार किया. इससे पहले जबलपुर क्राइम ब्रांच के प्रधान आरक्षक प्रमोद सोनी और हवाला कारोबारी पंजू गोस्वामी की गिरफ्तारी हो चुकी थी. पुलिस को इस केस में पंकज मिश्रा एक अहम कड़ी के रूप में मिले, जिसके बाद उनकी भूमिका की पुष्टि होने पर गिरफ्तारी की गई.
शुरू कैसे हुआ पूरा मामला?
8-9 अक्टूबर की रात क्राइम ब्रांच के आरक्षक प्रदीप सोनी को मुखबिर से जानकारी मिली कि हवाला के करीब 2 करोड़ 96 लाख रुपये सिवनी से नागपुर और जालना की तरफ ले जाए जा रहे हैं. यह सूचना उन्होंने डीएसपी पंकज मिश्रा तक पहुंचाई. मिश्रा ने यह खबर तत्कालीन सीएसपी (अब एसडीओपी) पूजा पांडे को दी. इसके बाद टीम ने NH-44 पर सीलादेही बायपास के पास हवाला कारोबारी की गाड़ी रोक ली.
1.47 करोड़ की लूट और रकम की बंदरबांट!
पुलिस जांच में सामने आया कि रेड के दौरान करीब 1.47 करोड़ रुपये बरामद हुए, जिनकी बंदरबांट करने का आरोप पूजा पांडे समेत 11 लोगों पर लगा है. यह सभी आरोपी फिलहाल जेल में हैं. अब डीएसपी मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद यह साफ हो गया है कि यह कार्रवाई केवल रेड भर नहीं थी बल्कि इसमें अंदरूनी सांठगांठ भी शामिल थी.
कैसे जुड़े सबके रिश्ते?
हवाला कारोबारी पंजू गोस्वामी ने सबसे पहले प्रधान आरक्षक प्रमोद सोनी को पैसे जाने की सूचना दी. प्रमोद ने यह जानकारी पंकज मिश्रा तक पहुंचाई. मिश्रा ने इसे आगे बढ़ाते हुए सीएसपी पूजा पांडे को बताया, जिन्होंने टीम बनाकर रेड डलवाई. पुलिस के अनुसार, बाद में मौके से मिली रकम की बंदरबांट की गई, जिसमें कई पुलिसकर्मी और एक कारोबारी शामिल थे.
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कोर्ट ने पुलिस रिमांड पर भेजा
अभी तक पकड़े गए चारों आरोपियों पंकज मिश्रा, प्रधान आरक्षक प्रमोद सोनी, हवाला कारोबारी पंजू गोस्वामी और एक अन्य आरोपी को सिवनी कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने सभी को 20 नवंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है, ताकि बाकी बचे पहलुओं की गहराई से जांच की जा सके.
सिवनी पुलिस का कहना है कि हवाला के करीब 3 करोड़ रुपये की यह लूट एक योजनाबद्ध आपराधिक षड्यंत्र का हिस्सा लगती है. जांच टीम अब यह पता लगाने में जुटी है कि रकम की असल बंदरबांट किस तरह हुई और इसमें और कौन-कौन शामिल हो सकता है.
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