
MP Election Results 2023: मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटों पर मतदान 25 दिन पहले कराया गया था. वहीं अब चंद घंटों के बाद मध्य प्रदेश के 2,533 प्रत्याशियों के भाग्य का पिटारा खुलने वाला है. 3 दिसंबर को ये पता चल जाएगा कि, प्रदेश में किस पार्टी की सरकार बनेगी. हालांकि, बीते 30 नवंबर को एग्जिट पोल्स में ज्यादातर एजेंसियों ने बताया था कि, बीजेपी पार्टी की वापसी हो सकती है. वहीं, कुछ एजेंसियों ने बीजेपी-कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर के संकेत बताए थे. वहीं एग्जिट पोल्स में बीजेपी की बढ़त को देखते हुए जीत का दावा कर रही है. वहीं, इसके साथ ही मुख्यमंत्री पद के लिए सवाल भी किये जाने लगे हैं. सबसे दिलजस्प बात ये है कि, मध्य प्रदेश के सीएम पद के लिए बीजेपी के दिग्गज नेताओं ने भी शिवराज सिंह चौहान का नाम नहीं लिया है. यानी ये तय माना जा रहा है कि, शिवराज सिंह चौहान सीएम नहीं बनेंगे.
बीजेपी खेमे में मुख्यमंत्री बनने को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गई है. माना जा रहा है कि, शिवराज सिंह चौहान के सीएम नहीं बनने पर इस पद के लिए बीजेपी में कई दावेदार हैं.
अगर बीजेपी जीती तो शुरू होगा मंथन का दौर
बीजेपी खेमे की मध्य प्रदेश में जीत होती है तो मंथन का लंबा दौर चलेगा ऐसा माना जा रहा है. क्योंकि, कई दावेदारी की वजह से फैसला लेना भी आसान नहीं होगा. नरेंद्र सिंह तोमर जहां केंद्र से उठ कर राज्य में भेजे गए हैं. नरोत्तम मिश्रा बड़े दावेदार में से एक हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया भले ही खुद को सीएम के दौर से बाहर बता रहे हैं. लेकिन उनकी नजर जरूर इस पर रहेगी.
सीएम पद के लिए कैलाश विजयवर्गीय का बयान साफ करता है कि, शिवराज सिंह चौहान सीएम नहीं बनेंगे. समाचार एजेंसी एएनआई को दिये बयान में उन्होंने कहा,
वहीं, नरोत्तम मिश्रा ने भी कहा है कि, वह सीएम पद की दौड़ में नहीं है. मिश्रा ने शिवराज सिंह का नाम नहीं लिया और उन्होंने कहा, चुनाव परिणाम आने के बाद पार्टी में विधिवत प्रक्रिया के जरिए सीएम का चयन किया जाएगा.
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बहरहाल, जिन दिग्गज नेताओं का नाम सीएम रेस में हैं उन्होंने सफाई से खुद को इससे दूर रखने की बात कही हैं. हालांकि, आलाकमान से इस पर नेताओं की बात जरूर शुरू हो गई होगी. मतगणना से पहले ही बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के घर मुलाकात की है.
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