Bike Thief Gang in MP: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के शहडोल (Shahdol) कोतवाली पुलिस ने एक बड़े बाइक चोर गिरोह (Bike Thief Gang) का पर्दाफाश किया है. साथ ही पुलिस ने छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कोटाडोल गांव से 27 मोटरसाइकिल भी जब्त किए है. मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के मुताबिक, पूरे मामले का मास्टरमाइंड छत्तीसगढ़ के कोटागाव में रहने वाला झोलाछाप डॉक्टर (Fake Doctor) है. शहडोल जिले के दरैन गांव में रहने वाला राजेश सिंह गोंड़ बड़े शातिराना अंदाज में मोटरसाइकिल चोरी (BIke Thief) करके अपने गांव ले जाता था.
इस तरह करते थे बाइक की चोरी
पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, इन चार लोगों का गैंग बहुत शातिर तरीके से चोरी को अंजाम देता था. शहडोल के दरैन गांव में रहने वाला राजेश सिंह गोंड़ नाम का आदमी मोटरसाइकिल चोरी करके अपने गांव ले जाता था. इसके बाद वह झोलाछाप डॉक्टर से संपर्क करता था. डॉक्टर और उसका साला राजेश मौर्य भोले-भाले ग्रामीणों को मोटरसाइकिल बेचते थे. इन सबके फर्जी दस्तावेज बनाने का काम रवि कुशवाहा करता था, जो एक कंप्यूटर ऑपरेटर था.
ऐसे मिला पुलिस को चोर का पता
पूरे मामले को लेकर पुलिस ने बताया कि पिछले कई दिनों से शहडोल शहर में मोटरसाइकिल चोरी की वारदात बढ़ गई थी. काफी खोजबीन के बाद एक जगह सीसीटीवी में चोर राजेश सिंह कैद हो गया. पुलिस इसके बारे में पता करते-करते शहडोल जयसिंहनगर के दरेन गांव पहुंची और जब पकड़कर पूछताछ की तो पूरी मोटरसाइकिल चोरी का पर्दाफाश हुया. चोर ने बताया कि यह मोटरसाइकिल चोरी कर सीधे अपने गांव ले जाता था और झोला छाप डॉक्टर से संपर्क कर इन्हें बिकवा देता था.
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यह काम वह कई साल से कर रहा था. मामले में पुलिस ने चोरी करने वाले राजेश सिंह गोंड़, झोलाछाप डॉक्टर परसराम मौर्य, फर्जी दत्तावेज बनाने वाले रवि कुशवाहा और मोटरसाइकिल बिक्री करवाने में सहयोग करने वाले राजेश मौर्य को गिरफ्तार किया है.
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