
DGP Kailash Makwana: आम लोगों किसी अपराध के होने पर लोगों को पुलिस से इसे रोकने की उम्मीद होती है. लेकिन मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में रेप की बढ़ती वारदातों के बीच पुलिस के मुखिया ने प्रदेश में रेप की घटनाओं को रोकने से हाथ खड़े कर दिए हैं. उन्होंने अजीबो गरीब बयान देते हुए शनिवार को कहा कि 'रेप की घटना रोकना पुलिस (MP Police) के बस में नहीं, इसके लिए मोबाइल और परिवार जिम्मेदार है.
डीजीपी कैलाश मकवाना शनिवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन पहुंचे. उन्होंने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के बाद जोन के पुलिस अधिकारियों की बैठक ली. इस दौरान अपराध और कार्रवाई की समीक्षा की. इसके बाद मीडिया से चर्चा में उन्होंने प्रदेश में रेप की बढ़ती घटनाओं पर कहा कि रेप की घटना रोकना पुलिस के बस में नहीं, इसके लिए मोबाइल और परिवार जिम्मेदार है. उन्होंने इस पर विस्तार से बात करते प्रदेश में बढ़ती हुई दुष्कर्म के लिए मोबाइल और इंटरनेट पर परोसी जा रही अश्लीलता और समाज की नैतिकता में आई गिरावट को जिम्मेदार बताया. इसके बाद उन्होंने कहा कि बच्चों पर पहले मां बाप और शिक्षकों का होल्ड था, लेकिन अब नहीं रहा.
पुलिस कंट्रोल में की समीक्षा बैठक
दरअसल, मध्य प्रदेश के पुलिस के मुखिया मकवाना सिंहस्थ को लेकर पुलिस की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे थे. इस दौरान जोन में अपराध और कार्रवाई की समीक्षा के लिए शनिवार को उज्जैन पहुंचे. सबसे पहले उन्होंने पत्नी के साथ बाबा महाकाल के दर्शन किए और नंदी में शिव आराधना की. इसके बाद पुलिस कन्ट्रोल रूम में जोन के अधिकारियों की बैठक लेकर अपराधों और कार्रवाइयों की समीक्षा करते हुए जरूरी दिशा-निर्देश दिए. बैठक के बाद डीजीपी ने पुलिस कन्ट्रोल रूम में पौधा रोपण किया. इस दौरान एडीजी उमेश जोगा, डीईजी नवनीत भसीन और एसपी प्रदीप शर्मा भी मौजूद थे.
पुलिस विभाग में जल्दी ही 8500 पदों पर की जाएगी भर्ती
पुलिस कंट्रोल रूम पर डीजीपी मकवाना ने मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि पुलिस विभाग में जल्दी ही 8500 पदों पर भर्ती की जाएगी. उन्होंने कहा कि पुलिस ने नक्सली फ्रंट पर भी बेहतर काम किया है, जिसका नतीजा यह रहा कि प्रदेश में दस बड़े नक्सली मारे गए, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है. उन्होंने प्रदेश में डिजिटल अरेस्ट केस पर अंकुश लगाने का दावा भी किया.