Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बुरहानपुर (Burhanpur) में हिंदू मुस्लिम एकता की प्रेरणादायक मिसाल देखने को मिली. वैसे तो बुरहानपुर अपनी गंगा- जमुनी संस्कृति के लिए पूरे देश में मशहूर है. लेकिन इस तरह की संस्कृति को बढ़ावा देने वाली हिंदू मुस्लिम एकता का उदाहरण यहां पिछले दिनों देखने को मिला. दरअसल जिले के सबसे बड़ें गांव इच्छापुर जो इच्छादेवी मंदिर के लिए काफी प्रसिद्ध है. वहां पर मुस्लिम समाज का एक धार्मिक आयोजन होना था.
बेमौसम की बरसात और हवाओं ने आयोजन का इंतजाम बिगाड़ा
यहां पर मुस्लिम समाज के द्वारा तब्लीगी इज्तिमा का आयोजन किया गया था. लेकिन इस आयोजन के समय बेमौसम की बरसात और हवाओं ने खेत को गिला कर दिया. इसी खेत की जमीन पर इसका आयोजन होना था. यहां पर बरसात और तेज हवाओं ने टेंट व्यवस्था को भी बिगाड़ दिया था.
इस आयोजन में बड़ी संख्या में आए थे मुस्लिम समाज के लोग
इस आयोजन में बड़ी संख्या में आसपास के प्रदेश से मुस्लिम समाज के अनुयायी और उनके धर्मगुरु आए हुए थे.
बारिश से हुई इस अव्यवस्था के बाद इस आयोजन से जुड़े लोगों नें आयोजन स्थल से करीब ही स्थित मंगल भवन में आयोजन कराने का आग्रह किया.
ये भी पढ़ें मध्य प्रदेश चुनाव में 2000 से ज्यादा प्रत्याशियों की जमानत खतरे में, जानें क्या होता है जमानत जब्त का मतलब
मंगल भवन में आयोजित हुआ तब्लीगी इज्तिमा
जिसके बाद इस भवन की प्रबंधन समिति ने इस मंगल भवन को मुस्लिम समाज के इस पवित्र आयोजन के लिए दे दिया.
खास बात यह रही कि इसके लिए उन्होंने कोई शुल्क भी नहीं लिया. जबकि यहां पर दो दिन का किराया 75 हजार रुपए होता है. मुस्लिम समाज ने इस नेक काम के लिए मंगल भवन की प्रबंधन समिति इच्छादेवी प्राथमिक संस्था के शांताराम पवार, उपाध्यक्ष गणेश महाजन का पुष्प मालाओं से सम्मान किया और उनको धन्यवाद भी कहा. इस तरह के मौके देश में हिंदू मुस्लिम एकता को बढ़ावा देने का काम करते हैं.