Ujjain Mahakaal Ka Darbar: महाकाल का दरबार मतलब उज्जैन (Ujjain) जिला... हर साल की तरह इस बार भी उज्जैन में दीपावली (Diwali 2023) पर्व की शुरुआत हुई. गुरुवार को महाकाल के आंगन से दीपोत्स्व पर्व शुरू हुआ. यहां धनतेरस पर 22 पुजारी और पुरोहितों ने महाकाल भगवान गणेश जी धन कुबेर और लक्ष्मी माता की पूजा की. इस समय दिवाली और जगमगाते दीपों का त्यौहार है. ऐसे में मंदिर की सजावट देखने लायक है. इस खास मौके पर कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम अपनी पत्नी के साथ विशेष पूजा में शामिल हुए. पुजारियों ने पूजा-अर्चना के समापन के बाद मौजूद लोगों को चांदी के सिक्के आदि भी भेंट किए.
महाकाल के दरबार में हुई महापूजा और अभिषेक
दुनिया भर में मशहूर महाकालेश्वर मंदिर में गुरूवार को धनतेरस पर अभिषेक और महापूजा की गई. इस मंदिर में यह परंपरा कई अरसे से जारी हैं. मंदिर पुरोहित समिति की तरफ से इस मौके पर महापूजा और अभिषेक का कार्यक्रम रखा जाता हैं. इस खास पूजा में कलेक्टर पुरुषोत्तम ने भी अपनी पत्नी के साथ भाग लिया. पुजारियों ने कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और उनकी पत्नी से नंदी हाल में यह पूजन पाठ संपन्न कराया. इसके बाद दोनों ने गर्भ गृह के बाहर से भगवान महाकाल का पंचामृत अभिषेक किया.
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दीपों के त्योहार को लेकर जोरों से चल रही तैयारी
इसके बाद पुजारियों ने कलेक्टर समेत वहां पर मौजूद अतिथियों को चांदी के सिक्के आदि भेंट किए. शीत ऋतु की भी शुरुआत हो चुकी है इसलिए शुक्रवार को रूप चौदस के अवसर पर भगवान महाकाल को गर्म जल से स्नान कराया जाएगा. इसी के साथ दीपावली पर्व की शुरुआत की जाएगी. इसमें फुलझड़ी जलाकर भगवान की आरती की जाएगी. बताते चलें कि साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस (Dhanteras) का त्योहार मनाया जाता है. इस साल 23 नवंबर को धनतेरस का त्योहार मनाया जाएगा. धनतेरस का अपना एक अलग ही महत्व है. इस दिन खरीदारी करना बेहद शुभ माना जाता है. कहा जाता है कि इससे व्यक्ति की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है.
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