Madhya Pradesh Farmer Suicide Attempt: आज मध्य प्रदेश का स्थापना दिवस है, प्रदेश में जश्न का माहौल है, लेकिन इसी बीच राज्य के बालाघाट जिले से एक दुखद खबर सामने आई. जहां, लांजी ब्लॉक के ग्राम केरेगांव में एक किसान ने अपनी फसलें बर्बाद होने पर कीटनाशक पी लिया. गनीमत रही कि समय रहते उसे डॉक्टरों ने उसकी जान बचा ली गई.
दरअसल, लगातार हो रही बारिश ने खेतों को दलदल में बदल दिया है. फसलें सड़ रही हैं और किसान कर्ज और नुकसान से टूट रहे हैं. बालाघाट में किसान की आत्महत्या के प्रयास की यह घटना बताती है कि मौसम की मार ने किस कदर किसानों के हालात बिगाड़ दिए हैं.
जानकारी के अनुसार, बालाघाट जिले के लांजी विकासखंड के ग्राम केरेगांव में रहने वाले किसान राजकुमार महिपाल टेंभरे (40) अपने खेत पहुंचे थे. कई दिनों से हो रही भारी बारिश ने उनकी तीन एकड़ फसल पूरी तरह बर्बाद कर दी थी.
खेत में खड़ी फसलों को मिट्टी में समा हुआ देखकर वे गहरे सदमे में चले गए और फिर मानसिक तनाव में आकर खेत में ही कीटनाशक का सेवन कर लिया.
परिजनों को खेत में बेहोश मिले
काफी देर तक राजकुमार के घर न लौटने पर परिवार के लोग उन्हें खोजते हुए खेत पहुंचे. जहां, वे बेहोशी की हालत में पड़े मिले. परिजनों और ग्रामीणों ने तत्काल मोटरसाइकिल से उन्हें सिविल अस्पताल, लांजी पहुंचाया. जहां, डॉक्टरों ने तुरंत इलाज शुरू किया. फिलहाल राजकुमार की हालत को स्थिर है, डॉक्टरों का कहना है कि वह अब खतरे से बाहर है.
तीन एकड़ फसल पूरी तरह बर्बाद
स्थानीय किसानों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश ने क्षेत्र की सैकड़ों एकड़ फसल को नुकसान पहुंचाया है. राजकुमार टेंभरे की लगभग तीन एकड़ की फसल पूरी तरह नष्ट हो चुकी थी. यह उनकी सालभर की मेहनत और आमदनी का एकमात्र साधन थी. फसल नष्ट होने से वे भारी आर्थिक संकट में आ गए थे. इसी के चलते उन्होंने ये कदम उठाया.
ग्रामीणों ने की मुआवजे की मांग
ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल सर्वे कराकर फसल नुकसान का मुआवजा देने की मांग की है. उनका कहना है कि अगर समय रहते राहत नहीं मिली, तो और भी किसान ऐसे खतरनाक कदम उठा सकते हैं. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सरकार को बारिश से प्रभावित क्षेत्रों में तुरंत सहायता राशि और बीमा क्लेम जारी करना चाहिए, ताकि किसानों को आर्थिक सहारा मिल सके.
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