Sarpanch Murder Case: ग्वालियर में बन्हेरी गांव के सरपंच विक्रम रावत को दिनदहाड़े बदमाशों ने गोलियों से भून दिया था. इस हत्याकांड मामले में पुलिस ने हत्या के मास्टरमाइंड को मुंबई एयरपोर्ट से धर दबोचा है. हत्याकांड का मास्टरमाइंड इंदौर में PF कमिश्नर था जिस पर 10 हजार रुपए का इनाम भी जारी किया गया था. वारदात के बाद से आरोपी कमिश्नर फरार था जिसे पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए तलाश रही थी. इस हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस आरोपी को ग्वालियर लाने के बाद हत्या की साजिश रचने के बारे में पूछताछ करेगी.
बताया जा रहा है कि मुंबई पुलिस के असिस्टेंट कमिश्नर मनोज शर्मा की मदद से आरोपी को गिरफ्तार करने में कामयाब हो पाई है. गिरफ्तारी के बाद पुलिस की टीम आरोपी को लेकर ग्वालियर के लिए निकल चुकी है.
पतासाजी के लिए पुलिस लगातार दे रही थी दबिश
खबर है कि फरार आरोपी मुकेश रावत को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही थी. करीब 2 महीने के बाद आखिरकार पुलिस को मामले में सफलता मिली गई. पुलिस ने आरोपी को मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया है. जिसे लेकर पुलिस मुंबई एयरपोर्ट से ग्वालियर के लिए रवाना हो गई है. ग्वालियर पहुंचने के बाद पुलिस आरोपी से हत्याकांड के मामले में पूछताछ करेगी. क्योंकि इस मामले में यह आखिरी आरोपी है. इसमें सभी शूटर्स को पहले ही पकड़ा जा चुका है. पुलिस ने मुख्य शूटर को शॉर्ट एनकाउंटर में पकड़ा था.
हत्याकांड के बाद इलाके में हुई थी लूटपाट और हिंसा
मालूम हो कि इस हत्याकांड के बाद नाराज ग्रामीणों ने जमकर उत्पात मचाया. गुस्साई भीड़ ने संदेहियों के घरों में आग लगा दी. जिसमें कई मवेशी जलकर मर गए. भीड़ ने फसलों, वाहन और ट्रैक्टरों को भी जला दिया. दूसरे पक्ष के लोग वहां से जान बचाकर भाग निकले. घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस फोर्स ने कड़ी मशक्कत करने के बाद गांव में जैसे-तैसे घुस पायी और स्थिति पर काबू पाया. फिलहाल गांव में तनाव और दहशत का माहौल बना हुआ है. वहीं गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
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ग्वालियर में ऐसे की गई थी सरपंच विक्रम की हत्या
बन्हेरी के सरपंच विक्रम रावत की हत्या सोमवार, 09 अक्टूबर को ग्वालियर के पड़ाव थाना इलाके में स्थित पॉश कांति नगर में उस समय कर दी गई थी जब वो अपनी गाड़ी से एडवोकेट के घर उससे मिलने आया था. दरअसल, विक्रम जैसे ही अपनी गाड़ी से उतरे थे वैसे ही एक्टिवा में सवार होकर पहुंचे 5 हमलावरों ने उस पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी थीं. हमलावारों ने सरपंच को आठ गोलियां मारी. जिसमें से एक रीढ़ की हड्डी में, दो लिवर में, एक लंग्स में और चार सिर में लगी. गोली लगने के बाद विक्रम की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बदमाश हथियार लहराते हुए मौके से भाग निकले.
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