Hukumchand Mill Workers: 32 वर्षों से अपने हक के लिए संघर्ष कर रहे हुकुमचंद मिल के 4800 श्रमिकों को आखिरकार सोमवार को उनका हक मिल गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की आर्थिक राजधानी इंदौर (Indore) में एक कार्यक्रम के दौरान हुकुमचंद मिल के श्रमिकों को 224 करोड़ रुपए के बकाया राशि का चेक जारी किया.
इंदौर के कनकेश्वरी मैदान में आयोजित की गई ‘मजदूरों का हित, मजदूरों को समर्पित' कार्यक्रम में ऑनलाइन भाग लेते हुए प्रधानमंत्री ने 224 करोड़ रुपए का चेक मजदूरों को समर्पित किया. इसके साथ ही कर्मचारियों की वर्षों से लंबित मांग पूरी हो गई है. इससे तकरीबन 4,800 कर्मचारी लाभान्वित हुए हैं. इस दौरान पीएम मोदी ने मजदूरों से चर्चा भी की.
1992 में बंद हो गया था मिल
वर्ष 1992 में इंदौर में मिल बंद होने और फिर दिवालिया प्रक्रिया में चले जाने के बाद हुकुमचंद मिल के श्रमिकों ने अपने बकाया भुगतान के लिए लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी. मध्य प्रदेश सरकार की पहल पर राज्य हाउसिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट बोर्ड और श्रमिक संघ ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए और निपटान राशि 20 दिसंबर को उच्च न्यायालय में जमा की गई, जिसे अब मजदूरों के अकाउंट में ट्रांसफर किया जाएगा.
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पीएम ने 322 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का किया भूमिपूजन
इस समारोह के दौरान पीएम मोदी डिजिटल तरीके से 322 करोड़ रुपए की विभिन्न परियोजनाओं का भूमिपूजन भी किया. इसके अलावा 105 करोड़ रुपए की पूरी हो चुकी परियोजनाओं को राज्य के लोगों को समर्पित भी किया. इस कार्यक्रम के दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी मौजूद रहे. इस अवसर पर 175 दिव्यांग व्यक्तियों को ‘रेट्रोफिटेड' स्कूटर भी दिए गए.
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