Katni News: मुड़वारा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत पड़ुआ गांव के सैकड़ों ग्रामीणों ने पानी की समस्या को लेकर 'पानी नहीं तो वोट नहींट के नारे लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणों की मांग है कि यदि उनके गांव में पानी की समस्या का निराकरण नहीं हो जाता तो वे मतदान नही करेंगे. गांव में पानी की समस्या को लेकर कुछ लोग गांव से पलायन भी कर चुके हैं.
दरअसल, पड़ुआ गांव में पिछले 10 वर्षों से ज्यादा समय से पानी की समस्या बनी हुई है. हालांकि ग्राम पंचायत द्वारा नल जल योजना के तहत 3 साल पहले पाइप लाइन बिछाई जा चुकी है, लेकिन पाइप टूटी हुई दिखाई दे रही है और पाइपों में पानी सप्लाई नहीं हो रहा है, जिससे ग्रामीणों को दूर से पानी लाना पड़ता है. अब विधानसभा चुनाव में ग्रामीणों ने पानी की समस्या को देखते हुए मतदान के बहिष्कार करने का निर्णय लिया है.
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हमारी टीम ने मौके पर जाकर ग्राउंड रिपोर्टिंग की, जिसमें सैकड़ों ग्रामीणों ने खाली पानी के बर्तन लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुए 'पानी नहीं तो वोट नहीं' के नारे लगाए. ग्रामीण महिला लक्ष्मी कुशवाहा ने बताया कि उन्हें यहां पानी की काफी समस्या है. गांव के सरपंच भी उनकी समस्या नहीं सुन रहे हैं इसलिए इस बार वह वोट नहीं डालेंगी.
वहीं, एक अन्य ग्रामीण महिला सुनीता विश्वकर्मा ने बताया कि उनके यहां पानी की काफी समस्या है वह पानी के लिए दूसरों के बोर में जाकर पानी लाती हैं. वह भी 'पानी नहीं तो वोट नहीं' कहती हुई नजर आईं.
गांव के पंच सुरेश प्रसाद यादव ने बताया कि सबसे ज्यादा पानी के लिए महिलाओं को परेशानी होती है. वह वार्ड के पंच है इसलिए उन्हें सभी लोग पानी की समस्या बताते हैं. इसके लिए वह ग्राम पंचायत में 3 बार प्रस्ताव दे चुके हैं, लेकिन मौजूदा सरपंच कोई सुनवाई नहीं कर रहा है और वार्डों में बोर के लिए भी मना कर दिया है. इसलिए सभी ग्रामीणों ने इस बार यह निर्णय लिए है कि यदि बोर नहीं तो सभी मतदान का बहिष्कार करेंगे.
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गांव में पानी की समस्या को लेकर कुछ लोग गांव छोड़कर दूसरे गांव में भी रहने लगे हैं. अनिल तिवारी ने कहा कि पानी की समस्या को लेकर स्थानीय विधायक सहित कलेक्टर व अन्य अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई निराकरण नहीं होने से वह दूसरे गांव में रहने लगे हैं.