कटनी (Katni) में घटिया सड़क निर्माण की पोल पहली बारिश में ही खुल गई है.कटनी नगर निगम के वार्ड नम्बर 3 के खस्ताहाल सड़कों का लगभग दो दिन पहले ही निर्माण कराया गया था. तभी से सड़कों की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठ रहे थे. अब इन सड़कों पर पहली बारिश में ही गड्ढे होने लगी है. सड़कों की हालात देख कर लोगों में आक्रोश बढ़ गया है.
दो दिन पहले बनी थी सड़क, मानसून की पहली बारिश में हुए गड्ढे
दरअसल, ये पूरा मामला कटनी नगर निगम के वार्ड नम्बर 3 के पहरुआ का है. पहरुआ में दो दिन पहले बनी सड़क की क्वॉलिटी खराब है. मानसून की पहली बारिश में ही सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है. सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे नजर आ रहे हैं और पूरी सड़क धंसती हुई दिखाई दे रही है.
अब इस सड़क से लोगों को गुजरना काफी मुश्किल हो गया है. वहीं खराब क्वॉलिटी में सड़के निर्माण और इस बड़े- बड़े गड्ढे होने के बाद अब लोगों में आक्रोश बढ़ने लगा है. हालांकि इस बीच एनडीटीवी की टीम मौके पर पहुंची और यहां रहने वाले लोगों से सड़क की हालत पर बातचीत की.
खराब क्वॉलिटी से किया गया सड़क का निर्माण
वार्ड नम्बर 3 में रहने वाली सुलोचना ने कहती है कि 2-3 दिन पहले ही सड़क बनी थी और रात में बारिश होने के चलते सड़क धंस गए, जिससे गहरे गड्ढे हो गए हैं. खराब क्वॉलिटी से सड़क का निर्माण किया गया है.
बुजुर्ग महिला गोमती बाई ने कहती है यह सड़क 2 दिन पहले ही बनी है और रात में बारिश होने से धंस गई है, जिसके चलते सड़क में गड्ढे हो गए हैं. यहां से अब 4 पहिया वाहन नहीं निकल पा रहे हैं. सुबह स्थानीय पार्षद आई थी और देख कर चली गई है.
गड्ढे में गिरे लोग
इसी वार्ड के रहनेवाले राकेश कुमार ने बताया कि सीवर लाइन में 15 से 20 फुट तक गड्ढे खोदी गई थी. 2 दिन पहले सड़क में डामरीकरण किया गया है और पहली बारिश में ही सड़क धंस गई है. अब इस सड़क से निकलने में लोगों को परेशानी हो रही है. कुछ लोग इस गड्ढे में गिर भी चुके हैं. जानवर भी इन गड्ढों में फंस रहे है. कोई सुनने वाला नहीं है. पार्षद सुबह आई थी और वीडियो बनाकर चली गई.
महिला माया बाई कहती है कि नाली नहीं होने के चलते इस सड़क में गंदा पानी जमा हो जाता है, जिससे कीचड़ भी होती है. एक अन्य महिला ने बताया कि सीवर लाइन निर्माण के दौरान मिट्टी खोदकर बेंच दी गई और अब उसमें फाइलिंग नहीं होने के चलते सड़क धंस गई है.
96.50 करोड़ रुपये की लागत से बनाई गई थी सड़क
अजय ने बताया कि इस सड़क के धंसने से यहां से निकलने में परेशानी हो रही है. अगर बारिश अधिक होती है तो फिर लोगों के लिए ये और खतरा हो जाएगा.
बता दें कि नगर निगम अंतर्गत गुजरात की जयंती सुपर कंस्ट्रक्शन कंपनी को इस सड़क के निर्माण का ठेका दिया गया था. वहीं कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा 96.50 करोड़ रुपये की लागत से 104 किमी सीवर लाइन निर्माण किया गया. हालांकि मानसून की पहली बारिश ने कंपनी द्वारा किये जा रहे घटिया निर्माण और हो रहे भ्रष्टाचार की पोल खोल दी.
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