मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के गोरमी के गांव में लगाए गए नेत्र शिविर में 9 वृद्धों की आंखों की रोशनी जाने के मामले में सीएमएचओ ने जांच रिपोर्ट आने के बाद संयुक्त समाजसेवी संस्था (कालरा हॉस्पिटल) का एमओयू रद्द कर दिया है. साथ ही हॉस्पिटल का लाइसेंस निरस्त करने का एक माह का नोटिस दिया है.
डीटीओ डॉ पाठक ने बताया कि संयुक्त समाज सेवी संस्था (कालरा हॉस्पिटल) के अध्यक्ष डॉ रोहित कालरा द्वारा बिना परमिशन के कैंप लगाकर भिंड जिले से मरीजों को कालरा हॉस्पिटल ग्वालियर में मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया गया.
सीएमएचओ ऑफिस ने एमओयू निरस्त कर दिया
ऑपरेशन उपरांत मरीजों की आंखों की रोशनी चली गई थी. इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए उक्त संस्था (कालरा अस्पताल ) की जांच कराई ग.। उक्त जांच के बाद कई कमियां और लापरवाही सामने आई जिस पर संयुक्त समाज संस्था (कालरा हॉस्पिटल) का सीएमएचओ ऑफिस ने एमओयू निरस्त कर दिया गया है.
अस्पताल को इतने दिनों में देना होगा जवाब
डॉ पाठक ने बताया कि साथ ही इस मामले मे बरती गई लापरवाही पर संयुक्त समाज सेवी संस्था (कालरा हॉस्पिटल) को अस्पताल का पंजीयन निरस्त करने का नियमानुसार एक माह का नोटिस जारी किया गया है. इस दौरान यदि कालरा हॉस्पिटल ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया तो अस्पताल का पंजीयन निरस्त कर दिया जाएगा.
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