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JEE 2024 Topper: पढ़ाई का जुनून बना गया जेईई टॉपर, मां-नाना रहे मोटिवेशन, जानिए इंदौर के वेद की सफलता की कहानी

JEE Advanced 2024 Topper: इंदौर के रहने वाले वेद लोहाटी ने जेईई एडवांस्ड परीक्षा 2024 में टॉप किया है. उन्होंने 360 में से 355 अंक हासिल किए हैं.

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JEE 2024 Topper: पढ़ाई का जुनून बना गया जेईई टॉपर, मां-नाना रहे मोटिवेशन, जानिए इंदौर के वेद की सफलता की कहानी
JEE Advanced Topper: एआईआर वन आने वाले वेद ने 360 में से 355 अंक हासिल किए हैं.

JEE Advanced AIR-1: जेईई एडवांस्ड 2024 का रिजल्ट (JEE Result) जारी हो चुका है. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (Indore) के रहने वाले वेद लाहोटी ने परीक्षा में ऑल इंडिया टॉप (JEE Advanced Topper) किया है. इसी के साथ उन्होंने इतिहास रच दिया है. वेद के जेईई एडवांस्ड में 360 में से 355 अंक आए हैं, उनके सिर्फ दो सवाल गलत हुए हैं. जिसके लिए वेद ने आपत्ति भी दर्ज कराई है. इसको लेकर वेद के पिता बताते हैं कि वेद हमेशा से सवाल करता आया है. उसका जिज्ञासु होना ही उसे यहां तक लेकर आया है और उसने इतिहास रचा है. वेद के पिता योगेश ने बताया कि वेद शुरू से ही सवाल करता रहा है. अगर कोई सवाल गलत है तो क्यों है? उन्होंने बताया कि स्कूल में जब उसके कम नंबर आते थे तो वह अपने नाना को साथ लेकर स्कूल जाता था और टीचर से कम नंबर को लेकर सवाल करता था.

वेद लाहोटी (JEE Advanced Topper Ved Lohati) ने 10वीं तक जेईई एग्जाम (JEE Exam 2024) की तैयारी इंदौर से की, इसके बाद वह कोटा चला गया. उनके परिजन बताते हैं कि वेद इंदौर में ओलंपियाड में टॉपर रहा है. वह बेहतर कॉम्पिटिशन के लिए कोटा चला गया, जिससे कि वह अच्छे स्टूडेंट्स के साथ कंपीट कर पाए. परिजनों ने बताया कि वेद इंदौर में जब तैयारी कर रहा था तब वह यहां भी टॉप कर रहा था. फिलहाल अभी वेद का पूरा परिवार कोटा में है. सभी 11 जून को इंदौर लौटेंगे. आपको बता दें कि वेद के नाना आर सी सोमानी रिटायर्ड इंजीनियर हैं. जबकि मां जया लाहोटी गृहिणी और पिता योगेश लाहोटी रिलायंस जिओ में कंस्ट्रक्शन मैनेजर हैं.

तर्क करने में आता है मजा

वेद लोहाटी बताते हैं कि उन्हें सवाल करने और तर्क करने में मजा आता है और जब बात पढ़ाई की हो तो यह मजा दोगुना हो जाता है. उन्होंने कहा, "मैं हमेशा सवालों के जवाब ढूंढ़ता रहता हूं और जब मुझे लगता है कि सवाल का जवाब नहीं मिल रहा तो मैं इसी कोशिश में जुट जाता हूं कि आखिर ये गलत क्यों है? हार नहीं मानना ही मेरी सबसे बड़ी पावर रही है."

नाना ने इंदौर में तो मां ने कोटा में किया मोटिवेट

जेईई एडवांस्ड 2024 के टॉपर वेद लाहोटी की कहानी बेहद दिलचस्प है. उनके परिवार ने इस सफर में उनका बखूबी साथ दिया. वेद के लिए सबसे बड़ा मोटिवेशन उनकी मां और उनके नाना हैं. वे जब भी किसी परेशानी में होते हैं तो इन दोनों से बात कर उसे सुलझा लेते हैं. आपको बता दें कि इंदौर में तैयारी के दौरान वेद को उनके नाना मोटिवेट करते थे, जबकि कोटा में उनकी मां ने उनका बखूबी साथ दिया. परीक्षा के दिनों में वेद की मां उन्हें मोटिवेट करती थीं.

जेईई मेन्स में हासिल की 119 वीं रैंक

वेद बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रहा है. वेद ने दसवीं में 98.6 प्रतिशत अंक हासिल किए, जबकि 12वीं में उन्हें 97.6 अंक मिले. खास बात यह है कि वेद ने 2024 की मेन्स परीक्षा में 300 में से 295 अंक हासिल किए. उसने ऑल इंडिया 119वीं रैंक हासिल की और अब वेद ने जेईई एडवांस में टॉप कर इतिहास रच दिया है. हालांकि, वेद ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि वह किस इंस्टीट्यूट में आगे की पढ़ाई करेगा और वह कौन सा सब्जेक्ट चुनेगा.

वेद ने कक्षा 5 और 6 में आईएमओ में इंटरनेशनल रैंक-2 हासिल की. टैलेंट एक्स में कक्षा 6 से 10 तक फाइनल में रैंक प्राप्त की. कक्षा 8 में एलन चैंप में ऑल इंडिया रैंक 9 हासिल की. वहीं कक्षा 8 में इंटरनेशनल जूनियर साइंस ओलंपियाड में गोल्ड मेडल लेकर आया. आईआईटी कानपुर की टेककृति 2020-21 में उन्होंने फर्स्ट रैंक हासिल की. इसके अलावा कई ओलंपियाड के लिए कैंप और फाइनल तक में सिलेक्शन हुआ.

कम नंबर आने पर करता था सवाल

वेद लाहोटी की सबसे खास बात यह है कि वह हर बात पर तार्किक जवाब लेने में भरोसा करता है. यह आदत उसके बचपन से ही बनी हुई है. परिजन बताते हैं कि जब स्कूल में उसके नंबर कम आते थे तो वह अपने नाना को लेकर स्कूल जाता था और टीचर्स से कम नंबर आने को लेकर सवाल करता था. वेद की यह आदत आज भी बनी हुई है, उसने जेईई एडवांस्ड में गलत हुए दोनों सवालों को लेकर आपत्ति दायर की है.

पढ़ाई का जुनून इस कदर की हर वक्त पढ़ाई

वेद के टॉप करने के पीछे कई कहानियां और कारण हैं. उसका पढ़ाई को लेकर जुनून आज उसे इस मुकाम तक लेकर आया है. वेद पूरी तरह से एक पढ़ाकू और मेधावी छात्र है. वह हमेशा कुछ न कुछ पढ़ता रहता है. पढ़ाई को लेकर उसका जुनून इस कदर है कि वह खाना खाते हुए भी कुछ न कुछ पढ़ता रहा है. खाली समय में वह बिलकुल भी फ्री नहीं बैठता है. इसके अलावा वह स्मार्ट वर्क में भरोसा करता है. टीचर्स के दिए टिप्स को फॉलो करते हुए मन लगाकर पढ़ाई करता है. उनका मानना है कि अनावश्यक पढ़ने से बचना चाहिए और टीचर्स की बताए अनुसार स्ट्रेटजी फॉलो करनी चाहिए.

पढ़ाई के लिए कोई शेड्यूल नहीं

वेद लाहोटी का पसंदीदा सब्जेक्ट मैथ्य है. उसे सवाल हल करना बहुत पसंद है. मैथ्स के अलावा वह फिजिक्स के सवालों पर भी खासी दिलचस्पी रखता है और दूसरे सब्जेक्ट भी पढ़ता है. खास बात यह है कि वेद ने पढ़ाई के लिए कोई शेड्यूल तय नहीं किया था. वह रोजाना 8 घंटे की नींद लेता था और इसमें वह कोई कंप्रोमाइज नहीं करता था. वेद अपनी क्लासेज के हिसाब से दिनचर्या फॉलो करने की कोशिश करता था. वेद को पढ़ाई के अलावा खेल का भी शौक है. वह चेस और क्रिकेट में दिलचस्पी रखता है. वेद को टीवी देखना या मूवी देखना पसंद नहीं है.

कोटा में मिला बेहतरीन माहौल

वेद ने कक्षा 6 में एलन टैलेंट एक्स एग्जाम दिया था और एडमिशन लिया था. उसने 10वीं तक होम टाउन इंदौर में तैयारी की. इसके बाद वह कोटा में पढ़ाई करना चाहता था. वेद के अनुसार, उसने कोटा के बारे में बहुत सुना था. कोटा में कॉम्पिटीशन और पढ़ाई को लेकर माहौल को देखते हुए उसने कोटा में पढ़ाई शुरू की. कोटा में माहौल, सुविधाएं और टीचर्स का लेवल बहुत अलग था. जिसकी वजह से वेद ने टॉप किया और अपनी इस सफलता के पीछे कोटा जाने के फैसले को सबसे बड़ा फैसला मानता है.

वेद को उसके बैच में टफ कॉम्पिटिशन मिला. खास बात यहा है कि वेद के साथ पढ़ने वाले स्टूडेंट्स का लेवल भी वेद के लेवल के बराबर था. जिसकी वजह से वेद को गुड कॉम्पीटिशन मिला. वेद की क्लास में डाउट्स को लेकर भी अच्छा डिस्कशन होता था. इन्हीं सब कारणों के चलते वेद के टॉपिक्स क्लियर होते चले गए और उसके सब्जेक्ट स्ट्रांग हो गए.

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