
Madhya Pradesh News: जबलपुर शहर के मध्य में स्थित ऐतिहासिक हनुमानताल इस वर्ष उसकी सफाई के लिए पूरी तरह से खाली कर दिया गया है. पारंपरिक रूप से यहां नवरात्रि के दौरान जवारा विसर्जन का आयोजन होता रहा है, लेकिन इस बार तालाब में पानी न होने के कारण नागरिकों में असमंजस की स्थिति बन गई थी कि वो अपने श्रद्धा से जुड़े इस आयोजन को कहां और कैसे संपन्न करें?
3 अस्थायी विसर्जन कुंड बनाने के लिए दिया गया निर्देश
स्थानीय लोगों की इस चिंता को गंभीरता से लेते हुए क्षेत्रीय विधायक अभिलाष पांडे ने त्वरित पहल की और नगर निगम अधिकारियों को निर्देश दिए कि हनुमानताल के अंदर ही तीन अस्थायी विसर्जन कुंड बनाए जाएं. इन कुंडों के निर्माण का कार्य नवरात्रि से पहले ही पूर्ण कर लिया गया है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो और वो अपनी परंपरा का निर्वहन सुचारु रूप से कर सकें.
अभिलाष पांडे ने निगम अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि विसर्जन कुंडों की नियमित सफाई और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.
पर्व को जीवित रखने के लिए यह कदम सराहनीय है
हनुमानताल क्षेत्र के रहवासियों और श्रद्धालुओं ने कहा कि परंपरा के इस पर्व को जीवित रखने के लिए यह कदम अत्यंत सराहनीय है.
बता दें कि हनुमानताल न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि इसकी ऐतिहासिक महत्व भी काफी है. तालाब की सफाई और पुनरुद्धार कार्यों से भविष्य में इसकी सुंदरता और उपयोगिता दोनों बढ़ने की उम्मीद है.
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