
Narsinghpur NH Accident: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के भोपाल और इंदौर में इंजीनियरिंग के नमूनों के चलते कहीं 90 डिग्री का ब्रिज सुर्खियों में रहा, तो कहीं सांप के आकार से लेकर जेड शेप का ब्रिज भी सवाल के घेरे में रही. इसी प्रकार से एमपी के नरसिंहपुर जिले में नेशनल हाईवे (NH) 44 और 45 को आपस में क्रॉस करने वाले चौराहे का भी अपना कमाल है... एक तो ये कश्मीर से कन्याकुमारी को जोड़ने वाले देश के सबसे बड़े राष्ट्रीय हाईवे 44 से जुड़ा हुआ है. साथ ही, इसे स्वर्णिम चतुर्भुज (Golden Quadrilateral) योजना के तहत उत्तर दक्षिण कॉरीडोर का भी तमगा हासिल है.
आए दिन चौराहे पर होती हैं घटनाएं
इसी हाईवे से जुड़े एनएच 45 पर नरसिंहपुर जिले में बने जबलपुर से भोपाल जाने वाले राजमार्ग पर बना चौराहा आए दिन दुर्घटनाओं का स्थल बन गया है. इस सर्किल के आसपास लोगों की आवाजाही होने के साथ साथ फुटपाथी दुकानें भी लगी हुई हैं. ऐसे में हर पल इनकी जान माल को खतरा बना ही रहता है.
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स्थानीय लोगों का आरोप
राहगीर और सिविल इंजीनियरिंग के जानकार इस चौराहे के डिजाइन को गलत बता रहे हैं. उनका मानना है कि चौराहे का कर्व ठीक नहीं है, जिससे वाहनों के ड्राइवर के सामने रफ्तार को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है और हादसा होने का खतरा बढ़ जाता है.
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