Ind vs Bang in Gwalior: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर में 6 अक्टूबर को भारत और बांग्लादेश (India and Bangladesh) के बीच टी20 मैच प्रस्तावित है. इसके खिलाफ विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है... हिन्दू महासभा (Hindu Mahasabha) ने पहले ही घोषणा कर रखी है कि वह स्टेडियम की पिच ही खोद डालेंगें... अब उनके कार्यकर्ताओं ने मैच को रद्द कराने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को खून से पत्र लिखकर भेजा है. इस मामले ने तूल पकड़ लिया है.
सिंधिया इंटरनेशनल स्टेडियम का पहला मैच
पिछले दिनों BCCI ने घोषणा करी थी कि बांग्लादेश क्रिकेट टीम के अक्टूबर में होने वाले भारत दौरे के टी20 सीरीज का पहला मैच 5 अक्टूबर को ग्वालियर में खेला जाएगा. पहले यह मैच धर्मशाला में होना था, लेकिन वहां स्टेडियम में रिनोवेशन का काम होने के कारण वहां का मैच ग्वालियर शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया. यह मैच ग्वालियर में GDCA द्वारा बनवाये गए माधवराव सिंधिया इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा. यह इस स्टेडियम का पहला मैच होगा.
हिंसा के कारण हो रहा विरोध
इसकी घोषणा जब हुई थी, तब बांग्लादेश में हिंसा भड़की हुई थी और वहां की हिंसा में बड़ी संख्या में भारतीयों को शिकार बनाने की खबरों से देश मे भी आक्रोश है. इसके खिलाफ अखिल भारतीय हिन्दू महासभा शुरू से ही विरोध कर रही है. मैच के ग्वालियर में होने की घोषणा के साथ ही महासभा ने ऐलान कर दिया था कि वे ग्वालियर की धरती पर बांग्लादेश की टीम को कदम भी नहीं रखने देंगे.
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खून से लिखा पत्र
हिंदू महासभा ने PM Modi को खून से पत्र लिखकर भारत-बांग्लादेश के बीच क्रिकेट मैच को रद्द करने की मांग की है. महासभा कार्यालय में पदाधिकारियों ने अपने खून से पीएम को पत्र लिखा. इस पत्र में उन्होंने अपील करते हुए लिखा कि बांग्लादेश में लगातार हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार, हिन्दुओं की हत्याएं, महिलाओं के साथ दुष्कर्म और मंदिर तोड़े जा रहे हैं. ऐसी स्थिति में बांग्लादेश टीम को भारत दौरे पर नहीं बुलाना चाहिए. हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. जयवीर भारद्वाज ने कहा कि अगर सरकार मैच को रद्द नहीं करती, तो वे अपनी पूर्व में की गई घोषणा पर कायम रहेंगे.
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