Bus Operators Strike in Sagar: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सागर (Sagar) में एक बार फिर बस संचालकों ने हड़ताल (Bus Operators Strike Started) शुरू कर दिया है. ये हड़ताल शहर में नए बस स्टैंड के संचालन को लेकर शुरू की गई है. दरअसल, पिछले कुछ समय से सागर में बस स्टैंड (Sagar Bus Stand) के संचालन को लेकर जिला प्रशासन (District Administration Sagar) और बस मालिकों में बात नहीं बन पा रही है. बस संचालक राजघाट रोड पर बने नए बस स्टैंड (New Bus Stand Sagar) से बस चलाने का विरोध कर रहे हैं, जिसको लेकर सोमवार से जिले के सभी बस संचालक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, सागर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में नया बस स्टैंड बनाया गया है, जो कि शहर के बाहर है. कुछ दिनों पहले जिला प्रशासन ने सभी बसों को नए बस स्टैंड से संचालित किए जाने का आदेश दिया था. जिसके बाद बस संचालकों ने हड़ताल की थी. जिसके चलते पुराने बस स्टैंड को फिर से शुरू कर दिया गया था और कुछ बसें नए बस स्टैंड से, जबकि कुछ बसें पुराने बस स्टैंड से संचालित हो रहीं थीं.
इसी बीच बस संचालकों ने हाई कोर्ट का रुख करते हुए नए बस स्टैंड को बंद रखने का स्टे ऑर्डर भी ले लिया. हालांकि, प्रशासन की अर्जी के बाद यह स्टे ज्यादा दिनों तक नहीं रहा और हाई कोर्ट ने आपस में मामला निपटाने को कहा. अब जिला प्रशासन ने एक बार फिर पुराने बस स्टैंड को बंद कर नए बस स्टैंड को पूरी तरह से संचालित किए जाने का आदेश दिया है, जिसको लेकर बस मालिक एक बार फिर हड़ताल पर चले गए हैं.
बस संचालकों की क्या है मांग?
हड़ताल पर गए बस ऑपरेटर्स का कहना है कि उनके पास पुराने बस स्टैंड के रूट का परमिट है, जबकि अब उन्हें नए बस स्टैंड से बसें चलानी होंगी. ऐसे में बसों के लिए नया रूट लंबा है और इस रूट पर दुर्घटना होने पर इसका खामियाजा भी बस संचालकों को उठाना पड़ेगा. बस मालिकों का तर्क है कि जिस रूट का परमिट (नए बस स्टैंड से मकरोनिया और मोतीनगर के बीच) उनके पास नहीं है, वहां दुर्घटना होने पर बीमा कंपनियां बीमा नहीं देंगी, इसके चलते बस संचालकों पर दबाव आएगा. इन्हीं समस्याओं को लेकर बस संचालकों ने पुराने बस स्टैंड को फिर से शुरू करने की मांग को लेकर हड़ताल शुरू की है.
दमोह बस एसोसिएशन ने भी दिया समर्थन
सागर बस एसोसिएशन ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि सोमवार सुबह 6 बजे से सभी बसें अनिश्चितकाल के लिए बंद रहेंगी. जिसके चलते अब दमोह, जबलपुर, छतरपुर, टीकमगढ़, भोपाल, इंदौर और अन्य जिलों के लिए चलने वाली करीब 450 बसें प्रभावित होंगी. वहीं इस हड़ताल को दमोह बस एसोसिएशन ने भी अपना समर्थन दिया है.
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