MP Chief Secretary Veera Rana: 1988 बैच की आईएएस वीरा राणा को मध्य प्रदेश की मोहन सरकार ने मुख्य सचिव बनाया है. इससे पहले वो माध्यमिक शिक्षा मंडल की अध्यक्ष के बतौर काम कर रही थी और मुख्य सचिव का अतिरिक्त पद प्रभार संभाल रही थी. इसके साथ ही 30 साल बाद मध्य प्रदेश की कमान फिर से नारी शक्ति के हाथ आ गई है. दरअसल, बुधवार की देर रात राज्य शासन की ओर से वीरा राणा के मुख्य सचिव के पद पर नियुक्ति संबंधी आदेश जारी कर दिया गया.
इकबाल सिंह बैस के सेवानिवृत्त होने के बाद वीणा राणा को सरकार ने मुख्य सचिव पद का प्रभार दिया था. दरअसल, विधानसभा चुनाव के समय नवंबर 2023 को तत्कालीन मुख्य सचिव इक़बाल सिंह बैस की दूसरी सेवावृद्धि की अवधि समाप्त होते ही चुनाव की आचार संहिता प्रभावी होने के कारण आयोग की सहमति से प्रदेश में उपलब्ध वरिष्ठतम IAS अधिकारी वीरा राणा को मुख्य सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था. अब मुख्य सचिव के साथ वो माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष का प्रभार अतिरिक्त रूप से देखेंगी.
निर्मला बुच बनी थी पहली महिला मुख्य सचिव
ग़ौरतलब है कि प्रदेश की पहली महिला मुख्य सचिव 1960 बैच की IAS अधिकारी निर्मला बुच थी, जिन्हें सुंदरलाल पटवा की सरकार में मुख्य सचिव बनाया गया था. अब 30 वर्ष क बाद 1988 बैच की IAS अफ़सर वीरा राणा को मुख्य सचिव के पद पर आसीन किया गया है. इसी साल मार्च महीने में वे रिटायर भी हो रही है. हालांकि, इस बात की संभावना जताई जा रही है कि लोकसभा चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए वीरा राणा को एक साल की सेवा वृद्धि मिल सकती है. वीरा राणा के रिटायरमेंट से पहले लोकसभा चुनाव घोषित हो सकते हैं.
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संजय बंदोपाध्याय बने कर्मचारी चयन मंडल के अध्यक्ष
वहीं, केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस भेजे गए संजय बंदोपाध्याय को कर्मचारी चयन मंडल का अध्यक्ष बनाया गया है, संजीव बंदोपाध्याय 1988 बैच के अधिकारी हैं और अगस्त 2024 में सेवानिवृत्त होने वाले हैं. उनके कार्यभार ग्रहण करने पर अपर मुख्य सचिव मलय श्रीवास्तव दायित्व से मुक्त होंगे.
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