Human Trafficking in Mandla: मध्य प्रदेश के मंडला में पुलिस (Mandla Police) ने मानव तस्करी (Human Trafficking Gang) करने वाले के एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने आगरा (Agra) निवासी एक आरोपी सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर गिरोह द्वारा बंधुआ मजदूर बनाकर रखी गई 8 लड़कियों को मुक्त कराया है. जिसके बाद सभी लड़कियों को परिजनों के सुपुर्द किया गया. सभी लड़कियां मंडला (Mandla) जिले के घुघरी, बम्हनी और मोहगांव थाना क्षेत्र की निवासी हैं. जिन्हें आगरा सहित अन्य स्थानों में बंधक बनाकर न केवल घरेलू काम कराया जा रहा था बल्कि उनके साथ दैहिक शोषण भी किया जाता था.
गिरोह के चंगुल से भागकर लड़की ने सुनाई आपबीती
बता दें कि इस मामले का खुलासा तब हुआ जब एक लड़की इस गिरोह के चुंगल से छूट कर अपने घर पहुंची और उसने अपने परिजनों को अपनी आपबीती सुनाई. लड़की ने बताया कि आरोपियों ने लड़की को छोड़े जाने के एवज में उसकी बहन को भेजे जाने की शर्त रखी थी, जिसके बाद परिजन लड़की को लेकर एसपी के पास पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई. पुलिस अधीक्षक ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एक टीम का गठन किया. जिसके बाद पीड़ित लड़की और परिजनों द्वारा पुलिस को स्थानीय आरोपियों की जानकारी दी गई.
लड़कियों को 5 रुपये में बेचता था आरोपी
पुलिस की जांच में ये सामने आया कि मोहगांव थाना क्षेत्र की एक महिला आरोपी जो कि वर्तमान में लाल बहादुर शास्त्री वार्ड मंडला में रह रही है और धर्मेंद्र कुमार सोनवानी द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों से लड़कियों को बहला फुसलाकर रोजगार का लालच देकर मंडला लाया जाता था. जहां से इन्हें आगरा के सोनू खान को 5 हजार रुपये में बेच दिया जाता था. सोनू खान द्वारा इन लड़कियों को आगरा के कई घरों में झाड़ू, पोछा, बर्तन और बच्चों की देखभाल आदि कामों में लगा दिया जाता था. जिससे सोनू को प्रत्येक लड़की के बदले 2-3 हजार रुपए प्रति माह मिलता था.
घटनाक्रम की जानकारी लगते ही मंडला पुलिस आगरा पहुंची. जहां से पुलिस ने आरोपी सोनू खान को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही आगरा के विभिन्न घरों में घरेलू काम में लगाई गई 5 लड़कियों को भी मुक्त कराया गया है.
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