
Human Trafficking Case: छिंदवाड़ा पुलिस (Chhindwara Police) ने मानव तस्करी (Human Trafficking) करने वाले एक बड़े गिरोह (Human Trafficking Gang) का पर्दाफाश किया है. यह गिरोह उड़ीसा से एक महिला को मजदूरी का लालच देकर नरसिंहपुर लाया था फिर उसे छिंदवाड़ा के सिंगोड़ी के गुर्रैया गांव में एक लाख रुपए में बेच दिया गया. पुलिस ने इस मामले में उड़ीसा, नरसिंहपुर और छिंदवाड़ा जिले के पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पीड़िता को उसके परिवार के पास भेज दिया गया है.
पुलिस ने कैसे पकड़ा?
सिंगोड़ी पुलिस चौकी प्रभारी पंकज राय ने बताया कि ओडिशा निवासी पीड़ित महिला के बेटे ने 5 जून को शिकायत दर्ज कराई कि उसकी मां 26 मार्च को देवगढ़ में इलाज के लिए गई थीं और 2 जून को छिंदवाड़ा के सिंगोड़ी के पास एक महिला संदिग्ध हालत में घूम रही थी. वह ठीक से हिंदी भी नहीं बोल पा रही थी. पुलिस को मामला संदिग्ध लगा. इसलिए महिला को तुरंत वन स्टॉप सेंटर भेजा गया.
पीड़ित रंगा नायक ने बताया कि 26 मार्च को उड़ीसा के जगपानी के रहने वाले कुन्नू नायक उर्फ कंदर्प नायक और नंदिनी नायक ने उसे ज्यादा मजदूरी दिलाने का लालच दिया था. उसे नरसिंहपुर जिले के राकेश शुक्ला के जरिए सिंगोड़ी लाया गया जहां सिंगोड़ी के गुरैया गांव के रहने वाले छिदामीलाल मालवीय और उसके बेटे नीरज मालवीय ने महिला को एक लाख रुपए में खरीद लिया. यह सब मजदूरी के नाम पर हुआ लेकिन वास्तव में यह मानव तस्करी का मामला था.
इन धाराओं में केस दर्ज
पुलिस ने पांचों आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 143(2), 127(4), 351(3), 3(5) के तहत मामला दर्ज किया है और सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
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