Condition of Government Schools: कटनी शहर (Katni) के बीच स्थित शासकीय माध्यमिक और प्राथमिक स्कूल बरगवां (Government School) इन दिनों बदहाली का शिकार है, जिसके कारण छात्रों और शिक्षकों में असुरक्षा बनी हुई है. शाम होते ही आवारा तत्व स्कूल परिसर में शराब पीकर खाली बोतल और पानी के पाउच छोड़कर चले जाते हैं. वहीं दिन में भी कुछ आवारा तत्व नशे में चूर दिखाई देते हैं. यहां आवारा मवेशियों के बीच छात्रों को रहना पड़ रहा है. कभी-कभी छात्र इन मवेशियों के हमले के शिकार भी हो जाते हैं.
इसके साथ ही स्कूल परिसर में छाई गंदगी से लोगों को दुर्गंध और बदबू से काफी परेशानी होती है. छात्र भी अपने मुंह ढककर कक्षा के बाहर निकलने को विवश होते हैं. बिजली की लटकती तार से भी दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. स्कूल प्रिंसिपल व शिक्षकों ने महापौर, विधायक सहित अन्य अधिकारियों से भी इस मामले की शिकायत की लेकिन सभी आते हैं और यहां का हाल देखकर चले जाते हैं. लेकिन, स्कूल की दयनीय व्यवस्था में सुधार अब तक नहीं हो सका है.
मैदान के बीचों-बीच बनी नाली
इस स्कूल की हालत का जायजा लेने NDTV की टीम स्कूल पहुंची. जहां शिक्षकों ने हमारी टीम को अपनी परेशानी बताई. स्कूल की शिक्षक डॉ कृष्णा गुप्ता ने बताया कि स्कूल में कुल 320 छात्र हैं. इसके अलावा आंगनबाड़ी भी संचालित होती है. स्कूल परिसर में फैली गंदगी और अव्यवस्था से सभी परेशान हैं. जर्जर भवन में लगी खिड़कियों की चोरी हो गई है. इसके अलावा जर्जर भवन से हादसे की संभावना भी बनी रहती है. वहीं स्कूल परिसर में छोटे मैदान में बीचोबीच नाली होने से छात्र खेल भी नहीं पाते हैं और कुछ छात्र खेल के दौरान कीचड़ में गिर जाते हैं. इसकी शिकायत की बार की जा चुकी है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
वहीं स्कूल की प्रिंसिपल ममता कोरी ने परेशानी साझा करते हुए कहा कि यहां माध्यमिक शाला और प्रथमिक शाला के साथ-साथ आंगनबाड़ी भी संचालित है. जिसमें छोटे-छोटे बच्चे खेल नहीं पाते हैं. यहां मैदान के बीच में ही नाली बना दी गई है जिससे बच्चों के यूनिफॉर्म में भी कीचड़ लग जाता है. यहां दल-दल में हमलोग भी गिरकर घायल हो चुके हैं. आवारा मवेशी और आवारा तत्वों के कारण हमेशा भय का वातावरण बना रहता है.
अधिकारियों ने नहीं की कार्रवाई
स्कूल परिसर में संचालित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता दुर्गा बर्मन ने बताया कि स्कूल परिसर में आवारा तत्वों का जमघट रहता है. जब वह सुबह आती हैं तो बिखरे हुए शराब की खाली बोतल और पानी के पाउच को साफ करती हैं. बीच मैदान में नाली होने से बच्चे खेल नहीं पाते हैं और बगल में खंडहर है. उसे भी गिरवाने के लिए कई बार अधिकारियों से शिकायत की गई है लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
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