
Jal Jeevan Mission: मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में नल जल योजना के तहत लगाए गए हैंडपंप पानी की जगह हवा उगल रहे हैं. भारत सरकार की योजना के तहत जिले के हर गांव तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए चलाई जा रही योजनाएं महज आभासी साबित हो रही हैं, क्योंकि हैंडपंप से पानी नहीं निकलने से लोगों को शुद्ध पानी के लिए भटकना पड़ रहा है.
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बेकार पड़े हैं नल जल योजना के तहत लगाए गए हैंडपंप
रिपोर्ट के मुताबिक मामला पुष्पराजगढ़ क्षेत्र के बरबसपुर गांव का है. गांवों में शुद्ध पेय जल पहुंचाने के लिए बरबसपुर गांव में नल जल योजना के तहत लगाए गए हैंडपंप बेकार पड़े हैं, जिसके चलते ग्रामीण वाटर टैंक खरीदने को मजबूर है. कुछ ग्रामीण जो महंगे वाटर टैंक खरीदने में अशक्त हैं, वो गांव में बने तालाब से गंदा पानी पीने को मजबूर हैं.
हैंडपंप सूख चुके हैं, और जो चालू हैं, वो हवा उगल रहे हैं
गौरतलब है बरबसपुर गांव में लगाए गए लगभग सभी हैंडपंप सूख चुके हैं, और जो चालू हैं, वो हवा उगल रहे हैं. हालात इतने खराब हैं कि लोग पैसे खर्चकर पानी खरीदने को मजबूर हैं. हालांकि गांव में पहले कई बोरवेल थे, लेकिन केसिंग पाइप नहीं डालने से जल स्रोत बंद हो गए, जिससे गांव के लोगों को शुद्ध पेयजल मिलना मुश्किल हो गया.
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100 फीसदी कागजों पर संचालित योजना की कलई खुली
उल्लेखनीय है नल जल योजना के तहत गांव-गांव में हैंडपंप लगाने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सड़कों को जगह-जगह से तोड़ दी गई है, जिससे रोज दुर्घटनाएं हो रही है. दिलचस्प है कि कागजों पर 100 फीसदी संचालित नल जल योजना की सच्चाई सामने है, लेकिन सुनने वाला नहीं है. इससे आज भी गांव वालों को शुद्ध पानी नसीब नहीं हो सका है.
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