
Indian Pakistan News: ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) को लेकर ग्वालियर हाई अलर्ट पर है. इसकी वजह है कि रक्षा से जुड़े अनेक संस्थानों की मौजूदगी. यही वजह है कि यहां चप्पे-चप्पे पर निगाह हैं. साथ ही किसी भी आपातकालीन स्थिति में नागरिकों की मदद के लिए सभी सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल पूरी कर ली गई है. ग्वालियर के आईजी अरविंद सक्सेना ने बताया कि ग्वालियर जिला किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
दरअसल, ग्वालियर शहर दुश्मन देश के लिए आंख की किरकिरी है. सक्सेना ने बताया कि ग्वालियर में ही एयर फोर्स का महत्वपूर्ण स्टेशन है. लगभग 30 किलोमीटर दूरी पर बीएसएफ का बेस कैंप (BSF Base Camp) भी यहीं पर है. इसके अलावा डीआरडीओ (DRDO) का भी महत्वपूर्ण दफ्तर ग्वालियर में है. इसलिए दुश्मन देश की नजर में ग्वालियर शहर पर हो सकती है.
ग्वालियर में रह एक्टिविटी पर नजर
ऐसे में पूरे ग्वालियर जिले में हाई अलर्ट है. पुलिस प्रशासन मुस्तैदी के साथ एक-एक एक्टिविटी पर नजर रखे हुए है. स्मार्ट सिटी ऑफिस के इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर से ग्वालियर की निगरानी रखी जा रही है. स्वास्थ्य विधाओं को भी दुरुस्त कर लिया है. ग्वालियर की हाई राइज बिल्डिंग पर भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के भी पूरे इंतजाम रखे गए हैं. ग्वालियर एयरपोर्ट पर फिलहाल डॉमेस्टिक फ्लाइट्स का संचालन रोका गया है. एयरफोर्स स्टेशन और हवाई अड्डे के आसपास के इलाके की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है.
क्या बोले आईजी
आईजी का कहना है कि हम नागरिकों को कहना चाहते हैं कि हमारे पास हर विषम परिस्थिति से निपटने के चाक-चौबंद इंतजाम हैं. हमारा सिविल डिफेंस सिस्टम पूरी तरह से सक्रिय है. ग्वालियर शहर में एक साथ ब्लैकआउट किया जा सके, इसके लिए जगह-जगह सायरन आदि का प्रबंध किया जा रहा है.
ग्वालियर के सभी वार्डों मे लगाए जाएंगे सायरन
कलेक्टर ग्वालियर ने बताया कि युद्ध की दृष्टि से ग्वालियर काफी संवेदनशील हैं. आपात स्थिति से निपटने के लिए शहर के सभी वार्डों में अलर्ट सायरन लगाए जाएंगे. यह निर्णय देर रात अफसरों की उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया. बैठक प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट के निर्देश पर की गई. इसमें निर्देश दिए गए कि ग्वालियर नगर निगम के सभी 66 वार्डों की मैपिंग कर ऐसे स्थान चयनित करें, जहां से पूरा शहर सायरन के दायरे में आ जाए.