Lok Sabha मध्य प्रदेश में विधानसभा (Madhya Pradesh Assembly Election) में कांग्रेस (Congress) की हार के बाद कांग्रेस पार्टी (Congress Party) को लगातार रहे एक के बाद बड़े झटके लग रहे हैं. ताजा मामला ग्वालियर (Gwalior) और भिंड (Bhind) से हैं. जहां मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Dr. Mohan Yadav) की मौजूदगी में पूर्व सांसद के ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा (BJP) में शामिल हो गए. वहीं, भिण्ड केलहार में भी कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. यहां पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह के करीबियों ने सीएम मोहन यादव के सामने बीजेपी की सदस्यता ले ली.
बताया जाता है कि लोकसभा चुनाव में टिकट न मिलने से नाराज चल रहे पूर्व सांसद के बेटे ने कांग्रेस छोड़ थामा भाजपा का दामन थाम लिया है. दरअसल, ग्वालियर सीट से कांग्रेस पार्टी से लोकसभा टिकट के प्रबल दावेदारों में से एक पूर्व सांसद रामसेवक सिंह बाबू के बेटे उदयवीर सिंह गुर्जर ने बुधवार को भितरवार विधानसभा के चीनोर में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और भाजपा प्रत्याशी भारत सिंह कुशवाहा के सामने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली. दरअसल, टिकट नहीं मिलने के बाद से ही बाबूजी नाराज चल रहे थे. उन्होंने खुद को कांग्रेस के प्रचार से भी दूर कर रखा था. उनके भी भाजपा में जाने की अटकलें लग रहीं थी, लेकिन वे कार्यक्रम में नहीं पहुंचे. हालांकि, उनके बेटे उदयवीर सिंह ने वहां पहुंचकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली.
भिण्ड के लहार में कांग्रेस को लगा बड़ा झटका
पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह के करीबियों ने सीएम मोहन यादव के सामने बुधवार को बीजेपी की सदस्यता ले ली. इस दौरान एक दर्जन कांग्रेसी कार्यकर्ता बीजेपी में शामिल हुए. ये वो कार्यकर्ता हैं, जो पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह की राजनीति में 35 साल से कदम से कदम मिलाकर चलते थे. लेकिन, बुधवार को उन्होंने लहार में हुई सीएम मोहन यादव की चुनावी जनसभा सभा में भाजपा का दामन थाम लिया. आपको बता दे कि सीएम यादव यहां लोकसभा प्रत्याशी संध्या राय के लिए वोट की अपील करने आए थे.
इन नेताओं ने थामा भाजपा का दामन
इस दौरान लहार विधायक अम्बरीष शर्मा उर्फ गुड्डू भैया से कथित तौर पर प्रभावित होकर पूर्व ब्लाक अध्यक्ष देवेंद्र त्रिपाठी पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष आलमपुर रामकुमार त्रिपाठी, शिव नारायण दुबे उर्फ बबलू दुबे अपने कई साथियों के साथ मुख्यमंत्री के समक्ष कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी की सदस्यता ली है. यह तीनों ही नेता डॉक्टर गोविंद सिंह के काफी करीबी माने जाते थे. अचानक उनका कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने को लेकर कई कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में निराशा का भाव बना है.
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डॉ. गोविंद सिंह ने दी शुभकामनाएं
पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने भिंड के लहार में अपने करीबियों के बीजेपी में शामिल होने उन्हें शुभकामनाएं दी है. पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि सरकार का लाभ लें. मैं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं.
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