
Madhya Pradesh News: अपने अजीबो-गरीब कारनामों के लिए चर्चित रहने वाले ग्वालियर के जीवाजी यूनिवर्सिटी ने इस बार अपनी ही अध्ययनशाला में पढ़ने वाले छात्रों के साथ बड़ा मजाक किया है. यूजी व पीजी के तीसरे सेमेस्टर में 25 अधिक कोर्स में पढ़ने वाले छात्रों को डेढ़ माह से पुराना सिलेबस / पढ़ाया जा रहा है.
डेढ़ माह के बाद उसे जेयू के अफसरों को उच्च शिक्षा विभाग द्वारा अप्रैल में जारी निर्देश के तहत नई शिक्षा नीति 2020 के तहत नया सिलेबस डिजाइन करने की याद आई है.
यानी च्वॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) मॉडल बंद कर एनईपी लागू करने की याद आई है. इसके लिए संबंधित विषयों के अध्ययन मंडलों को निर्देश दिया गया है कि एनईपी के तहत मेजर व माइनर मॉडल लागू करना है. इसी के हिसाब से प्रश्न पत्रों का पैटर्न तैयार होगा. अब कुलगुरु प्रो. राजकुमार आचार्य ने एक माह के अंदर सिलेबस बनाने को कहा है जिससे सत्र 2025-26 से इसे लागू किया जा सके.
इस लेटलतीफी का खामियाजा छात्रों को भुगतना होगा. नया सिलेबस बनने में देरी होने से छात्रों के एग्जाम प्रभावित होंगे. साथ ही छात्रों की अब तक की पढ़ाई बर्बाद हो गई. इससे छात्र आंदोलन करने की तैयारी में हैं.
उच्च शिक्षा विभाग ने जेयू सहित प्रदेश के विश्वविद्यालयों को चार माह पहले यानी अप्रैल में ही 25 कोर्स का सिलेबस एनईपी के अनुरूप बनाने के निर्देश जारी किए थे. विभाग ने कहा था कि केंद्रीय अध्ययन मंडल ने जिन कोर्स के सिलेबस डिजाइन नहीं किए, उन कोर्स के सिलेबस यूनिवर्सिटी अपने स्तर पर नई शिक्षा नीति के तहत बनाएं.
इस सत्र से च्वॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (CBCS) को बंद कर दिया गया है और छात्रों को मेजर और माइनर विषय चुनकर पढ़ाई करनी है. इसके लिए सबसे पहले फर्स्ट और थर्ड सेमेस्टर का सिलेबस तैयार होना था, लेकिन जेयू प्रशासन और विभागीय 'अधिकारियों की लापरवाही के कारण अब तक काम अधर में है.
इस संबंध में जेयू के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डॉ विमलेन्द्र सिंह राठौर का कहना है कि एक माह के अंदर प्रोफेशनल कोर्स का सिलेबस एनईपी के तहत हो जाएगा. इसके लिए अध्ययनमंडल की बैठक बुलाई गई है. अभी कुछ दिन पहले तक एडमिशन चल रहे थे इसलिए स्टूडेंट को इससे कोई नुकसान नहीं होगा.
इन सब्जेक्ट का नहीं है सिलेबस
एमबीए (आठ ब्रांच) एमटेक और बीटेक एमसीए, बीसीए, बीबीए बीए-एलएलबी, बीकॉम-एलएलबी, एलएलएम पीजी डिप्लोमा इन गाइडेंस एंड काउंसिलिंग पीजी डिप्लोमा इन म्यूजियोलॉजी, फूड टेक्नोलॉजी, इंडस्ट्रियल केमिस्ट्री , एमएससी माइका, एमएससी इन एनवायरनमेंटल साइंस एमफार्मा की दो ब्रांच का सिलेबस नहीं है.
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