Farmer Crawled to Collectorate: सरकारी तंत्र की उपेक्षा और न्याय में हो रहे विलंब से त्रस्त मध्य प्रदेश के गुना के एक किसान ने सिस्टम के विरोध अनूठा तरीका अपनाया... दरअसल, सिस्टम ने सुनवाई नहीं की तो परेशान युवक रेंगते हुए जनसुनवाई में पहुंचा. किसान आंखों में आंसू और रेंगते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंचा तो कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल (Guna Collector Kishore Kanyal) भी हैरान रह गए. हालांकि उन्होंने तुरंत मामले को संज्ञान में लिया.
11 साल पुराने जमीन विवाद से परेशान
मंगलवार को गुना के तहसील आरोन के ग्राम आंखखेड़ा निवासी हिम्मत सिंह अहिरवार अपने खेत पर हुए अवैध कब्जे और गलत नामांतरण के विरोध में आरोन बस स्टैंड से लेकर गुना कलेक्ट्रेट तक जमीन पर रेंगते हुए पहुंचे. वो लगभग 11 साल पुराने जमीन विवाद से परेशान हैं.
सुनवाई करो सरकार... न्याय की आस में झुका माथा, 11 साल से भटक रहा किसान, रेंगते हुए पहुंचा गुना कलेक्ट्रेट
— NDTV MP Chhattisgarh (@NDTVMPCG) December 17, 2025
मध्य प्रदेश के गुना में एक किसान ने सिस्टम के खिलाफ अनोखा विरोध किया, सुनवाई न होने पर वह आंखों में आंसू लिए रेंगते हुए जनसुनवाई में कलेक्टर कार्यालय पहुंचा#Guna |… pic.twitter.com/koVinhGSq6
हिम्मत सिंह ने बताया कि उनकी कृषि भूमि सर्वे क्रमांक 145/2 के एक हिस्से (0.627 रकबा) का नामांतरण वर्ष 2014 में गलत तरीके से आरोपी धनराम अहिरवार के नाम कर लिया गया है. इस जमीन को वापस पाने के लिए वह पिछले चार वर्षों से आरोन न्यायालय में भटक रहे हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा है.
रेंगते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचा किसान
किसान ने कहा कि न्याय न मिलने के कारण वो मानसिक रूप से टूट चुके हैं. उन्होंने सीधे कलेक्टर से गुहार लगाई कि यदि उन्हें उनकी जमीन वापस नहीं दिलाई गई, तो उन्हें इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए. उन्होंने कहा कि उनके पास विरोध जताने का यह एकमात्र रास्ता बचा था.
क्या बोले गुना कलेक्टर किशोर कन्याल ?
वहीं जिला कलेक्टर किशोर कन्याल ने इस मार्मिक प्रदर्शन का तत्काल संज्ञान लिया. कलेक्टर ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में है और इसकी गंभीरता को देखते हुए तहसीलदार को तुरंत मौके पर भेजकर निष्पक्ष जांच के आदेश दिए गए हैं. उन्होंने आश्वस्त किया कि न्यायालय के आदेशों और राजस्व रिकॉर्ड की गहन पड़ताल के बाद जल्द ही वैधानिक निर्णय लिया जाएगा.
गुना कलेक्टर किशोर कन्याल ने आगे बताया कि प्रकरण मेरे संज्ञान में आया है. आरोन तहसीलदार से मेरी बात हुई है. इस मामले की जांच की जाएगी. इस मामले में एक पक्ष की ओर से कोर्ट का फैसला भी है. दोनों पक्षों को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई की जाएगी.
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