MP News: मध्य प्रदेश के सीधी जिला (Sidhi) मुख्यालय में मातृत्व एवं शिशु चिकित्सा इकाई (MPH) की हालत बेहद खराब बनी हुई है. करीब 14 करोड़ की लागत से बने नए-नवेले अस्पताल का लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के ठीक पहले आनन-फानन में लोकार्पण हुआ. डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला (Deputy CM Rajendra Shukla) के द्वारा इसकी शुरुआत की गई. लेकिन, यहां मरीजों एवं उनके परिजनों के लिए आवश्यक सुविधाएं (Essential Facilities) दूर-दूर तक नहीं दिखती हैं. पुराने अस्पताल के बेड और अन्य सामग्रियों को ही यहां लाया गया है.
बनी है मॉड्यूलर ओटी, लेकिन लटक रहा ताला
इस नए अस्पताल की हालत इतनी खराब है कि यहां मरीजों और उनके परिजनों को मूलभूत सुविधाएं भी नसीब नहीं हो रही हैं. इस अस्पताल में भले ही दो मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर बनाए गए हैं, लेकिन, इनका फायदा मरीजों को नहीं मिल रहा हैं. बल्कि, इन पर ताला ताला लगा हुआ है. ऐसे में गर्भवती महिलाओं एवं शिशुओं को आवश्यक उपचार सुविधा इस नए अस्पताल में नहीं मिल पा रही हैं.
मरीजों ने बताया अपना दर्द
एनडीटीवी की टीम इस अस्पताल में पहुंची और यहां के हालात का जायजा लिया. अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजनों ने अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था व अन्य सुविधाओं को बेहद खराब बताया. लोगों ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए अपनी बात बताई. उनका कहना था कि यहां मरीज और उनके परिजनों को मूलभूत सुविधाएं भी नसीब नहीं हो रही हैं. ऐसे में उन्हें बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
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सिविल सर्जन का ये रहा रिएक्शन
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. एसबी खरे ने पूरे मामले को लेकर कहा कि एम सी एस सेंटर के साथ वह भवन ट्रॉमा सेंटर भी है, जहां सुविधाओं का अभी अभाव है. आचार संहिता के चलते व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं हो पा रही है. शीघ्र ही यहां आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी.
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