
इस बार मानसून ने मध्य प्रदेश के खेतों को खूब तर किया है. खरीफ की फसलें पकने को हैं और किसान अब रबी की फसलों की बुआई की तैयारियों में भी जुट गए हैं. ऐसे में, अन्नदाता के साथ खिलवाड़ का एक बड़ा मामला सामने आया है. छतरपुर जिले में नकली खाद बनाने वाली एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है. यह फैक्ट्री जिला मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर दूर चंद्रपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में संचालित हो रही थी, लेकिन प्रशासन को इसकी लंबे समय तक भनक तक नहीं लगी थी.
अब एसडीएम अखिल राठौर ने मुखबिर की सूचना पर राजस्व, पुलिस और कृषि अधिकारियों की टीम के साथ इस फैक्ट्री पर छापा मारा, तो नकली खाद बनाने का पूरा खेल उजागर हो गया. इस फैक्ट्री में नकली खाद कथित रूप से IFFCO (इफको) कंपनी के नाम से बनाई जा रही थी. छापे के दौरान फैक्ट्री से IFFCO नाम लिखी नकली खाद की करीब 300 बोरियां मिली हैं. इसके अलावा, बोरी सिलने वाली मशीन और अन्य सामग्री भी जब्त की गई हैं.
लंबे समय से चल रही थी फैक्ट्री
फैक्ट्री के मालिक का अभी पता नहीं चला है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, यह फैक्ट्री लंबे समय से चल रही थी. पिछले साल 2024 में भी इसी तरह का नकली खाद पकड़ा गया था और प्रशासन ने कार्रवाई की थी. कुछ दिन पहले ही महोबा में भी नकली खाद बनाने की फैक्ट्री का खुलासा हुआ था, जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा क्षेत्रों में नकली खाद बनाने की कई फैक्ट्रियां धड़ल्ले से चल रही हैं.
मीडिया से बातचीत में एसडीएम अखिल राठौर ने बताया कि मौके से भारी मात्रा में नकली खाद जब्त की गई है और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी. जब्त की गई खाद को आगे की कार्रवाई के लिए कृषि विभाग को सौंप दिया गया है. कार्रवाई के दौरान संदेह के आधार पर एक युवक को भी पकड़ा गया है, जिससे पूछताछ की जा रही है.
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