Fake Constable: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सागर (Sagar) जिले में नकली आरपीएफ आरक्षक (Fake RPF Constable) बनकर यात्रियों से वसूली करने वाले एक युवक को जीआरपी पुलिस (GRP Police) ने पकड़ लिया. आरोपी युवक ट्रेनों में चढ़कर यात्रियों से अवैध वसूली करता था. पुलिस को इसकी सूचना मिली थी और वह कई दिनों से लगातार इसकी तलाश कर रही थी. अशोकनगर आरपीएफ (Ashoknagar RPF) को ट्रेन नंबर 19167 साबरमती एक्सप्रेस (Sabarmati Express) के रेलवे स्टाफ से जानकारी मिली कि कोई पुलिस की वर्दी पहनकर यात्रियों से वसूली कर रहा है. उसे देखकर ऐसा संदेह हो रहा है कि वह नकली पुलिस वाला है. आरपीएफ पुलिस को जानकारी जब तक मिली, तब तक ट्रेन अशोकनगर रेलवे स्टेशन से रवाना हो चुकी थी.
कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ा गया नकली आरक्षक
आरपीएफ ने पूरे मामले की सूचना बीना आरपीएफ को दी. सूचना मिलते ही पुलिस सर्तक हो गई. जानकारी मिलने के बाद आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीम ट्रेन के आने के पहले बीना स्टेशन के पहले ही प्लेटफॉर्म नंबर पांच पर पहुंच गई. नकली पुलिस को तलाशते हुए असली पुलिस जब ट्रेन के एस-8 कोच में पहुंची, तो आरोपी असली पुलिस को देखकर घबरा गया और जब उससे पूछताछ की गई, तो उसने अपना नाम रामकुमार मीणा, निवासी स्वर्णकार कॉलोनी, विदिशा बताया. आरोपी रामकुमार मीणा को पकड़ने के बाद जीआरपी पुलिस बीना थाना लेकर आईं.
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छह महीने से ट्रेनों में कर रहा था अवैध वसूली
इस पूरे मामले में बीना जीआरपी प्रभारी बबीता कठेरिया ने बताया कि आरपीएफ अशोक नगर प्रभारी चौकी प्रभारी प्रतीक चौरसिया ने बीना आरपीएफ थाना प्रभारी को सूचना दी थी कि साबरमती एक्सप्रेस के कोच नंबर एस-8 में एक नकली आरपीएफ आरक्षक है, जो यात्रियों से अवैध वसूली कर रहा है. संयुक्त टीम साबरमती एक्सप्रेस में गई, जहां कोच एस-8 में वह व्यक्ति बैठा था. जब उससे पूछताछ की गई, तो उसके पास से कई डॉक्यूमेंट मिले. 6 महीने से वह ऐसी गतिविधियों में लिप्त है और ट्रेनों में यात्रियों से अवैध वसूली करता है.
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