Bhopal News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में सभी स्वास्थ्य कर्मचारी चरणबद्ध आंदोलन (Doctors Strike) की राह पर है. अपनी कुल 15 सूत्रीय मांगों को लेकर डॉक्टर आंदोलन कर रहे हैं. अलग-अलग स्वास्थ्य कर्मचारी संगठन आंदोलन करने की बात कर रहे हैं. स्वास्थ्य अधिकारी-कर्मचारी महासंघ से जुड़े नर्सिंग संवर्ग, पैरामेडिकल, संविदा कर्मचारी, आउटसोर्स और रोगी कल्याण समिति मिलकर ये आंदोलन करने वाले हैं. मांगे पूरी ना होने पर 25 नवंबर को एक दिवसीय जंगी प्रदर्शन भी किया जाएगा.
काली पट्टी बांधकर करेंगे काम
पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य कर्मचारी कर्मचारी आज से अगले तीन दिनों तक काली पट्टी बांधकर विरोध करेंगे. इसके बाद वो 18 नवंबर को कलेक्टर के माध्यम से और उपमुख्यमंत्री स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा विभाग के निवास पर जाकर ज्ञापन देकर चर्चा करेंगे.
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ये है प्रमुख 15 सूत्रीय मांगें
- संविदा नीति 2023 के साथ सपोर्ट स्टाफ का पुनः एनएचएम में विलय के साथ एनएचएम में पूर्ण रूप सुनीति लागू की जाए. संविदा स्वास्थ्य संवर्ग की वेतन विसंगति दूर की जाएं.
- नर्सेस पर हड़ताल अवधि में की गई कार्रवाई को निरस्त किया जाए. एएनएम व एमपीडब्ल्यू का हड़ताल अवधि 23 दिवस का वेतन भुगतान किया जाए.
- स्वास्थ्य विभाग की भांति ग्वालियर-रीवा मेडिकल कॉलेज में वेतनवृद्धि दी जा रही है, उसी प्रकार अन्य सभी मेडिकल कॉलेज में भी नर्सिंग संवर्ग को 3 व 4 वेतनवृद्धि दी जाए
- जब तक प्रमोशन नहीं होते तब तक वरियता के आधार पर प्रभार दिया जाए
- सातवें वेतनमान का लाभ 2016 से दिया जाए
- चिकित्सकों की भांति अन्य कर्मचारियों को भी रात्रिकालीन भत्ता दिया जाए
- संचालनालय स्तर पर सहायक संचालक नर्सिंग के पद पर नर्सिंग कैडर को ही वरिष्ठता के आधार पर पदस्थ किया जाए
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